मुख्यमंत्री शिवराज के एकाधिकारवाद समाप्त कर पाने में वी डी शर्मा असफल ?

 

शिवराज के मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में बदले गए मध्यप्रदेश भाजपा के सात प्रदेशाध्यक्ष

गौरव चतुर्वेदी / खबर नेशन/ Khabar Nation


मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एकाधिकारवाद को समाप्त कर पाने में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा असफल नजर आ रहे हैं। आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दूसरी पारी के कार्यकाल  को लेकर जब उनसे इससे संबंधित सवाल पूछा गया तो वे गोलमोल जवाब दे बैठे। 
गौरतलब है कि आज शिवराज के मध्यप्रदेश में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद चौथे कार्यकाल की सालगिरह मनाई जा रही थी। इस अवसर पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा शिवराज की उपलब्धियों को लेकर पत्रकार वार्ता में तारीफों के पुल बांध रहे थे । 
जब उनसे यह पूछा गया कि  क्या मध्यप्रदेश का 2023 का चुनाव शिवराज जी के नेतृत्व में लड़ा जायेगा। तो उन्होंने कहा कि आपको ऐसा क्यों लग रहा है, मध्यप्रदेश में 2 वर्ष की सरकार की कुल उपलब्धियों को लेकर बात कर रहा हूं।  हमारे नेतृत्व में मध्यप्रदेश के अंदर गरीबों के जीवन बदलने का कार्य किया है । गरीबों का विश्वास अर्जित किया है,और इस मध्यप्रदेश को आगे बढ़ाने का काम हम कर रहे है।
श्री शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश आगे हमारा नेतृत्व जिस प्रकार कार्य कर रहा है,मध्यप्रदेश लगातार आगे बढ़ रहा है,इसलिये इस प्रकार के प्रश्नों की मुझे लगता है कि चिंता करने की जरूरत नही है। मध्यप्रदेश लगातार आगे बढ़ रहा है। 
जब खबर नेशन ने उनसे इसी प्रश्न से संबंधित प्रश्न किया कि भारतीय जनता पार्टी के संविधान के अनुसार  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कार्यकाल में आठवें अध्यक्ष के तोर पर आप काम कर रहे है । एक तरफ संगठन में अध्यक्ष बदल दिया जाता है और दूसरी तरफ मुख्यमंत्री पद पर लगातार एक ही व्यक्ति को मौका दिया जाता है तो क्या यह एकाधिकार को बढ़ावा नही देता है । और क्या आप इस एकाधिकार को खत्म करने में सफल होंगे?

वी डी शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश के अंदर हम लगातार द्रुत गति से आगे बढ़ रहे है,सरकार और संगठन का बेहतर समन्वय है। क्योंकि सरकार उस विचार पर प्रतिपादित है जो पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने इस देश को राजनीति के क्षेत्र में दिए है,अंत्योदय का विचार।
उस अंत्योदय का विचार हमारे मुख्यमंत्री, हमारी सरकार, हमारा संगठन उस काम मे लगा है। मैंने कहा ना हम उस पक्ष में नही जाते हम उस पक्ष में जाते है कि कैसे मध्यप्रदेश पोजिटिवली आगे बढ़ रहा है और हम सब उस काम मे जुटे है । टीम स्प्रिट के साथ मध्यप्रदेश आगे बढ़ रहा है और मुझे विश्वास है कि हम तेज गति से आगे और बढ़ते रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी के संविधान के मुताबिक प्रदेशाध्यक्ष पद पर किसी भी व्यक्ति को दोबारा अवसर नहीं दिया जाता है । शिवराज के मुख्यमंत्री बनने के बाद कैलाश जोशी , नरेंद्र सिंह तोमर, सत्यनारायण जटिया, प्रभात झा , नंदकुमार सिंह चौहान , राकेश सिंह, विष्णु दत्त शर्मा अध्यक्ष बनाए गए हैं । तोमर को अलग अलग समय पर दो बार मौका दिया गया है ।

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