चुनावी साल सरकारी कैलेण्डर में शिवराज

हर माह के कैलेण्डर पर शिवराज की तस्वीर
 

खबरनेशन / Khabarnation
 

चुनावी साल 2018 की शुरूआत में ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फिर एक विवाद से नाता जोड़ लिया हैं। वर्ष 2018 के सरकारी कैलेण्डर के हर पृष्ठ पर शिवराज की तस्वीर शोभायमान हो रही हैं। अमूमन सरकारी कैलेण्डरों में मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री की तस्वीर प्रकाशित किये जाने से गुरेज किया जाता हैं। हालांकि उनकी लोकलुभावन योजनाओं से संबंधित जानकारी वाले चित्र जरूर दिये जाते हैं।

ऐसा कोई नियम नहीं हैं कि मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री की तस्वीर सरकारी कैलेण्डरों पर ना छापी जाए लेकिन नैतिकता के चलते बचा जाता हैं। इस बार मध्यप्रदेश सरकार के सरकारी कैलेण्डर पर मुख्यमंत्री की तस्वीर छाप दी गई हैं। परम्परा के अनुसार कैलेण्डर छापने के पूर्व प्रदेश के शीर्षस्थ  अधिकारी और मुख्यमंत्री स्वयं इस कैलेण्डर का अवलोकन कर अंतिम रूप देते हैं। 2 दिन पूर्व मुख्यमंत्री ने इस कैलेण्डर का विमोचन किया हैं, जो प्रदेश के सभी सरकारी दफ्तरों और शासकीय अमले में घरों में भी लगाये जाते हैं।

 

सवाल हैं कि आखिर यह चूक किसी स्तर पर हुई हैं या यह जानबूझ कर किया गया हैं। इस साल मध्य्प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। आचार्य संहिता के दौरान इस तरह के प्रचार से संबंधित जानकारी प्रतिबंधित हो जाती हैं। ऐसे में शासकीय दफ्तरों और अमला क्या करेगा अगर आयोग ने कैलेण्डर के निर्देश दे दिए।

कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक गोविन्द सिंह ने इस मामले पर कहा कि मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी तानाशाही रवैये से सरकार चला रही हैं जिसे नियम कायदों से कोई मतलब नहीं। मुख्यमंत्री का यह कृत्य अनैतिक माना जाना चाहिए।

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