सिंधिया का दिग्विजय के घर भोज नई रणनीति का संकेत

खबरनेशन / Khabarnaion

कल का दिन मध्यप्रदेश में कांग्रेस की राजनीति के लिये हर हाल में एक बडा ही दिन माना जायेगा। कल के दिन ही काफी सालों के बाद गुना से कांग्रेस के सांसद और पार्टी की प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह से गुना जिले के राघौगढ में उन के किले में जा कर मिले और उन के साथ भोज भी किया। यह तो एक तरह से सब को पता ही हैं कि आम तौर पर सिंधिया और सिंह परिवार में कोई खास दोस्ती नहीं है और ऐसे में ज्यातिरादित्य को राघौगढ के महल में जाना एक बडी बात ही माना जायेगा। अभी यह देखना बाकी है कि इस मुलाकात का इस साल के अंत में होेेने वाले प्रदेश विधान सभा चुनाव पर क्या असर पडता हैं।

इन दोनों की मुलाकात पर भाजपा के राज्य सभा सदस्य प्रभात झा ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि ज्योतरादित्य और दिग्विजय में जो शीत युद्ध चल रहा है वो जल्द ही खतम हो जायेगा। प्रभात ने आगे यह भी कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस बहुत सारे धडो में बंटी हुई है और इस का असर पार्टी पर हर हाल में पडेगा ही। उन्होंने इस बात पर भी सवाल उठाये के कल के भोज में दिग्विजय सिंह नहीं थे।

इस बारे में दिग्विजय सिंह के पुत्र काँग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह का कहना है कि उन्हें जब पता चला कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जी राघौगण होकर कहीं आगे जा रहे हैं तो उन्होंने अपने पिता से बात कर उन्हें अवगत कराया। इसके बाद दिग्विजय सिंह जी ने ज्योतिरादित्य से बात की और उन्हें राघौगण निवास पर भोज के लिए आमंत्रित किया । जयवर्धन ने यह भी बताया कि इसके पूर्व लगभग बीस साल पहले महराज स्वर्गीय माधव राव सिंधिया जी उनके निवास पर आ चुके हैं।

काँग्रेस के एक बड़े नेता भविष्य की राजनीति के लिए सुखद संकेत बता रहे हैं।

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