आरटीओ एजेंटों पर लगाम, परिसर की दुकानें बंद कराई


- कार्यालय परिसर से एजेंट करते रहे दिन भर काम
- लाइसेंस नवीनीकरण फर्जीवाड़े के बाद भी आरटीओ ने एजेंटों पर की सख्ती
देवेंद्र वैश्य./ खबर नेशन / Khabar Nation
होशंगाबाद। जिला परिवहन विभाग में लाइसेंस नवीनीकरण फर्जीवाड़े के बाद एजेंटों पर लगाम की तैयारी हो गई है। गुरुवार को आरटीओ कार्यालय परिसर केेेे बाहर एजेंटों और बाहरी लोगों की दुकानों को बंद करा दिया गया। अतिक्रमण वाली दुकानों से ही एजेंट अपना काम संचालित करते थे। इन दुकानों से आवेदकों के फॉर्म भराने काम भी होता था। सुबह परिवहन अधिकारी मनोज तेंगुरिया ने सभी दुकानों बंद करने केे निर्देश दिए थे। एजेंटोंं पर ऑफिस आने पर रोक भी लगाई थी लेकिन इन सबकेे बावजूद आरटीओ एजेंट कार्यालय परिसर में इधर उधर खड़े होकर दिन भर  आवेदकों के काम करतेे रहे। विभाग ने फर्जीवाड़े में कुछ एजेंटों की संलिप्ता के कारण दुकानों को बंद कराया गया है। एजेंटों को ऑफिस में प्रवेश नहीं करने दिया गया। कई एजेंटों को ऑफिस के बाहर ही काम करने की हिदायत दी गई। लेकिन पूरे मामले में संलिप्त और संदिग्ध एजेंट योगेश शर्मा, संदिग्ध लोगों के फॉर्म जमा करने वाले गुड्डू रघुवंशी और विभाग के कर्मचारियों को पर कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है।
17 पर हुई है एफआईआर
 लाइसेंस नवीनीकरण फर्जीवाड़े के बाद 17 लोगों पर एफआईआर के बाद पुलिस जांच में जुटी है। पुलिस ने कई दस्तावेजों को कब्जे में भी      लिए हैं। विभाग ने अभी तक एजेंट पर मेहरबानी बना रखी है। फर्जीवाड़े में संदिग्ध एजेंट की ऑफिस में सक्रियता अभी भी है, जिस पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। गौरतलब है कि नवीनीकरण शाखा के कर्मचारी राहुल शर्मा के सहायक के रूप में एजेंट योगेश कई सालों से काम कर रहा है। इसी के माध्यम से ही एजेंट गुड्डू रघुवंशी ने लाइसेंस बनवाने का काम कराया था। इतना बड़ा मामला सामने आने के बाद भी विभाग की कृपा दृष्टि दोनों एजेंटों और कर्मचारी पर बनी हुई है। 

एजेंटों की दुकानें बंद कराई पर 
- कार्यालय में जमा एजेंटों पर लगाम लगाने के लिए परिसर के बाहर स्थित उनकी दुकानों को बंद कराया गया है वही उनके ऑफिस में आने पर रोक लगाई गई है। 
- मनोज तेंगुरिया, जिला परिवहन अधिकारी होशंगाबाद

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