मध्यप्रदेश में कार सरकारी , ड्राइवर निजी
शिवराज मंत्रिमंडल के नौ मंत्रियों ने सरकारी ड्राइवरों को हटाया
खबर नेशन / Khabar Nation
मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार के नौ मंत्रियों ने अपने वाहन चालकों की छुट्टी कर दी है । मंत्रियों के सरकारी वाहन इन दिनों निजी वाहन चालक चला रहे हैं ।
गौरतलब है कि हाल ही में एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में ग्रामीणजनों ने सरकारी वाहन में शराब खोरी करते तीन युवकों का वीडियो बनाया है। उक्त वाहन मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी को आवंटित किया गया है । प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि ड्राइवर निजी है ।
रविवार को बारिश हुई थी, उस दौरान स्टाफ के कर्मचारी किसी को छोड़ने गए थे, यह मामला उसी समय का हो सकता है। दोषियों पर कार्रवाई करूंगा। यह वीडियो रायसेन जिले के सतलापुर थाने के पास का है, जिसे यहां के रहवासियों ने बनाया। कर्मचारी सायरन बजा रहे थे, इसलिए रहवासियों ने सोचा कि पुलिस आई है। जब उन्होंने कार के पास जाकर देखा तो वहां तीन लोग शराब पी रहे थे। उन्होंने कर्मचारियों से बाहर निकलने को कहा तो वे बोले- ये सरकारी गाड़ी है, हाथ मत लगा देना।
जब इस मामले को लेकर अन्य मंत्रियों के यहां जानकारी निकाली गई तो पता चला कि मध्यप्रदेश के नौ मंत्री ने उनके लिए आवंटित सरकारी वाहनों को सरकारी चालकों से नहीं चलवा रहे हैं । कुछ मंत्रियों के वाहन चालकों ने तो इस मामले को लेकर मध्यप्रदेश के स्टेट गैरेज में शिकायत भी की है । सूत्रों ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि मंत्री अपनी निजता को बचाए रखने के लिए निजी एवं अपने विश्वसनीय वाहन चालकों से सरकारी वाहन चलवा रहे हैं ।
सूत्रों के अनुसार जिन मंत्रियों के यहां निजी वाहन चालक गाड़ी चला रहे हैं उनमें स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी , सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत , उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ,जनजाति कार्य एवं अनूसूचित कल्याण मंत्री मीना सिंह, स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार , सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा , नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा एवं पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग , औधोगिक नीति एवं प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव , लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी मंत्री ब्रजेन्द्र सिंह यादव हैं ।
जब इस मामले को लेकर स्टेट गैरेज के अधीक्षक आशीष गुप्ता से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि सरकारी वाहन को निजी चालक चला सकता है। उन्होंने कहा कि कभी कभी किसी वाहन चालक के असमय अवकाश की परिस्थिति में किसी अन्य सरकारी विभाग का वाहन चालक सरकारी वाहन जरुर चला सकता है । जब उनसे स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के सरकारी वाहन के मामले में जानकारी मांगी तो उन्होंने फोन रख दिया । दुबारा फोन लगाने पर उन्होंने कहा कि यह माननीयों का मामला है । मुझे जो जानकारी थी वह आपको बता दी । जब उनसे ड्राइवरों द्वारा स्टेट गैरेज को शिकायत किए जाने के संबंध में जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं है ।
गौरतलब है कि हाल ही में दमोह विधानसभा उपचुनाव के दौरान नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के वाहन से रुपए बांटने को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त विरोध दर्ज कराया था ।