सी.एम के "अफसर दामाद " के घर मंत्री का अज्ञातवास

 


सौजन्यता या विशेष फाईलों का निपटान ? 

खबर नेशन / Khabar Nation

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता जारी होने की घबराहट में प्रदेश के मंत्री और अफसर जनता और जनप्रतिनिधियों से छुपते फिर रहे हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यालय में हजारों फाईल निर्णय की प्रतीक्षा में लंबित है। इनमें विभागीय तबादले, विकास से संबंधित मामलों में सी एम की सहमति , और ढेर सारे प्रशासनिक प्रकृति के राजनीतिक फैसलों से संबंधित फाईलें हैं।
मंत्रियों के बंगलों पर क्षेत्र की जनता,पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी डेरा डाले हुए हैं। क्षेत्र सुधारने की दृष्टि से मंत्री अपनी विधानसभा छोड़ना नहीं चाह रहे हैं। प्रशासनिक और राजनैतिक संतुलन साधने के लिहाज से मंत्रियों ने एक पैर भोपाल और एक पैर विधानसभा क्षेत्र में टिका रखा है। मुख्यमंत्री शिवराज स्वयं आधा दिन प्रशासनिक कार्य के लिए भोपाल तो राजनैतिक मिशन पर जन आशीर्वाद यात्रा में घूम रहे हैं।
जनता और जनप्रतिनिधियों की घेराबंदी से घबराकर शिव के गण अज्ञात वास में प्रशासनिक कामकाज निपटा रहे हैं। 29 सितम्बर को मध्यप्रदेश कैबिनेट बैठक के बाद एक मंत्री मध्यप्रदेश के जनसंपर्क विभाग के संचालक आशुतोष प्रताप सिंह के चार इमली स्थित शासकीय बँगले पर पहुँच गए। बताया जा रहा है इस दौरान विभाग से जुड़ी वित्तीय संबंधित मामलों की फाईलों को निपटाया गया। गौरतलब है कि इस दौरान जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा अपनी आदत के मुताबिक सायंकालीन वॉक कर रहे थे। यहां यह भी बताना उचित होगा कि जनसंपर्क विभाग के संचालक हाल ही में पदस्थ हुए हैं । भारतीय पुलिस सेवा से आने वाले उक्त अधिकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भांजी दामाद हैं।
जब इस बारे में जनसंपर्क संचालक आशुतोष प्रताप सिंह से बात की तो उन्होंने खबर नेशन से स्वीकारा कि हाँ मध्यप्रदेश के सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री लालसिंह आर्य उनके घर आए थे। सामान्य शिष्टाचारवश सौजन्य मुलाकात थी। मेरे और उनके व्यक्तिगत पारिवारिक संबंध है। लंबे समय से मुलाकात शेष थी। इस दौरान उन्होंने कोई भी शासकीय कार्य नहीं किया।

Share:


Related Articles


Leave a Comment