इंदौरी मंत्री भू-माफिया की चपेट में

दुबई में 100 करोड़ की ठगी करके फरार रसूखदार घूम रहा इंदौर के मंत्री के साथ

इंटरपोल ने निकाला है अरेस्ट वारंट
खबर नेशन /Khabar Nation

मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार में शामिल इंदौर के एक मंत्री भू माफियाओं की चपेट में आ गए हैं । गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर इंदौर विकास प्राधिकरण के कब्जे को लेकर लंबी बहस छिड़ी हुई है और कट्टर कांग्रेसी इस बात की संभावना व्यक्त कर रहे हैं कि इंदौर विकास प्राधिकरण के पद पर कोई भूमाफिया काबिज हो सकता है । इसी कड़ी में इंदौर के एक भूमाफिया चंपू अजमेरा का भाई नीलेश अजमेरा सरकार बनने के बाद भोपाल में डेरा डाले हुए है । इन दिनों वह इंदौर से संबंध रखने वाले एक मंत्री के साथ लगातार देखा जा रहा है । इंदौरी भू-माफिया चंपू अजमेरा के भाई बिल्डर नीलेश अजमेरा का इंटरपोल ने दूसरी बार गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। आबूधाबी (दुबई) में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी के मामले में तीन साल फरार रहने के बाद उसे कुछ महीनों पहले ही पकड़ा गया था। दो दिन में उसे जमानत मिल गई थी। मार्च 2016 में गिरफ्तार  नीलेश अजमेरा हुआ था ।

  इंटरपोल द्वारा कार्रवाई करने के बाद सीआईडी ने इंदौर पुलिस को नीलेश की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली हाईकोर्ट का गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।  नीलेश ब्रिटेन में शिफ्ट हो चुका है। इसके बावजूद उसने पालीवाल नगर में चंपू के मकान का पता दिया था। उसके छोटे भाई धर्मेश का भी कोर्ट से नोटिस जारी हुआ है।   कौन है नीलेश अजमेरा नीलेश अजमेरा ने अबूधाबी दुबई में एक कॉलोनी बसाई थी। 
इसमें लोगों को करोड़ों की जमीन दिलाने का झांसा देकर उसने सौ करोड़ से ज्यादा की ठगी की और कारोबार समेटकर फरार हो गया। 
उसके खिलाफ वहां की कोर्ट ने वारंट जारी किया और इंटरपोल को सौंपा। 
इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया और सीबीआई दिल्ली को वारंट दिया। 
दिल्ली सीबीआई की कोर्ट ने इंदौर पुलिस को इस आधार पर फिर वारंट जारी किया। 
ऐसे चार वारंट पहले जारी हो चुके थे, लेकिन हर बार पलासिया थाने से वारंट तामील नहीं हो पाते थे। 
इस पर तत्तकालीन डीआईजी ने क्राइम ब्रांच की टीम को कार्रवाई के लिए लगाया। 
क्राइम ब्रांच के पास सूचना थी कि नीलेश मुंबई में रहने लगा है और इंदौर आता-जाता रहता है। उसने ब्रिटेन की नागरिकता ले रखी है।    बिल्डर के घर से बाहर निकलते ही पकड़ा गया था ।
मार्च 2016 में नीलेश इंदौर में बिल्डर शरद डोसी से मिलने के लिए आया था।
क्राइम ब्रांच ने उसकी लोकेशन ट्रेस की और डोसी के पलासिया स्थित घर के बाहर सादी वर्दी में टीम तैनात कर दी।  
उसके अंदर जाने के बाद टीम ने तस्दीक की और जैसे ही वह बाहर निकला तो उसे पकड़ लिया। 
उसने पुलिस जवानों को रौब दिखाया तो एसआई ने दो चांटे मारे और पकड़कर क्राइम ब्रांच ले गए।    एक मिनट बात के लिए एक लाख  कीमत
नीलेश के पकड़े जाने के बाद इंदौर से लेकर भोपाल तक के कई रसूखदारों के कॉल इंदौर के अधिकारियों के पास आए। 
बताया जाता है कि नीलेश से परिवार के लोगों से एक मिनट बात कराने पर वे एक लाख रुपए देने को तैयार हो गए। यहां तक कहा कि जब उसे ट्रेन से दिल्ली ले जाया जाए तो साथ में परिवार का एक व्यक्ति भेजा जाए इसके बदले पचास लाख मिलेंगे।

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