यह कहकर तो शिवराज तुमनें वेश्या को भी गाली दे दी

 

खबर नेशन / Khabar Nation

 

 

शिवराज आपके विचार अच्छे हैं पर मानसिकता खराब है। यह कहकर मैं आपका विरोध और काँग्रेस विधायक सुंदरलाल तिवारी का समर्थन नहीं कर रहा हूँ। किसी भी पेशे या व्यक्तित्व के लिए अगर सबसे बड़ी गाली है तो वह वेश्या शब्द है , जो उसके चरित्र और आचरण को प्रर्दशित करता है। आपने तो यहाँ भी उस वेश्या शब्द को मात दे दी। आपने जिस गर्व भाव और छद्म संवेदनशीलता  के साथ यह बात कहीं है कि  मुझे वेश्या कहने वाले कांग्रेसी यह ठीक से समझ लें कि किसी न किसी मजबूरी में वेश्यावृत्ति के धंधे में फंसने वाली महिलाएं भी किसी की मां होती है, किसी की बहन होती है, किसी की बेटी होती है। उनकी मजबूरी से उपजी परिस्थितियों का उपहास उड़ाकर कांग्रेस के लोग मानवता के प्रति अपराध कर रहें हैं। मेरे लिए तो वह सभी महिलाएं भी आदर की पात्र हैं जिन्होंने जिन्दगी की जद्दोजहद में इस दल-दल में पैर रखें हैं। इसलिए भारतीय जनता पार्टी उन सभी महिलाओं का भी सम्मान करती है और मैं तो उनके भी चरण धोउंगा। 

 

 अपने राज्य की जनता के चरण धोना हर राजा का कर्तव्य होता है, लेकिन उस राजा का एक और कर्तव्य भी होता है कि उस राज्य की जनता किसी भी ऐसे कार्य को ना करें जो मजबूरी से उपजा कार्य हो । विगत 14 सालों से मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सत्ता में काबिज है और आप स्वयं 12 सालों से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर कार्य कर रहे हैं । अगर मध्यप्रदेश में कोई भी महिला वैश्या का काम कर रही है, तो यह उसके सम्मान से ज्यादा आपके लिए अपमानजनक है । क्योंकि उस महिला को इस दलदल में आपके राज्य की परिस्थितियों के कारण उतरना पड़ा । आपने तो अपने राजनैतिक मंसूबे को पूरा करने वेश्या शब्द को भी भावनात्मक चाश्नी में लपेट लिया। स्वामी विवेकानंद और स्वामी रामकृष्ण परमहंस संत थे राजा नहीं।

यह बात मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान ने शनिवार को आगर जिले के नलखेड़ा में आयोजित सभा में कही। उल्लेखनीय है कि विगत दिनों कांग्रेस के एक विधायक ने मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा को लेकर बेहद गंभीर और अभद्र टिप्पणी की थी।

कांग्रेसी मित्रों को उनकी गालियां मुबारक

आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के लोग मुझे रोज गालियां देते रहते हैं। न जाने क्यों वो इतने बौखलाए हुए हैं। काँग्रेस के नेता कभी मुझे नालायक तो कभी मदारी कहते हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि हां, मैं मदारी हूँ तभी तो डमरू बजाकर गरीबों की बिजली का बिल जीरो कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता अब कहते है कि शिवराज सिंह वेश्या है। उन्होंने जनता से पूछा कि कांग्रेस नेताओं की यह भाषा क्या दर्शाती है। क्या ये हमारे भारतीय संस्कार हैं? मुख्यमंत्री ने मंच से कांग्रेस नेताओं को इस आक्षेप का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने मुझे वेश्या कहा है, लेकिन शिवराजसिंह चौहान वेश्याओं को भी अपनी बहन मानता है। उनके भी पाँव धोएगा। उन्होंने कहा कि मैं नारी जाति का सम्मान करता हूँ, इज्जत करता हूँ। किसी मजबूरी में ऐसे दलदल में फंसी बहनों को भी दलदल से निकालूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह स्वामी विवेकानद और स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने वेश्या को माँ कहा था, मेरे लिए भी वह माँ है, बहन है और बेटी है। मैं माताओं, बहनों और बेटियों का सम्मान कम नहीं होने दूंगा।

बेटियों के दरिंदों को दुनिया में रहने का अधिकार नहीं ।

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