लोगों को सक्षम बना रही भाजपा : प्रधानमंत्री

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कांग्रेस मुर्गी और अंडे से बाहर नहीं आ पाई

लोगों को सक्षम बना रही भाजपा : प्रधानमंत्री

सवा सौ करोड़ देशवासी मेरा परिवार, मैं उनके लिए ही जीता हूं

 

                झाबुआ। कांग्रेस की सरकारें मुर्गी और अंडे से ही बाहर नहीं आ पाईं हैं। इनके जमाने में चुनाव से पहले गांवों में लोन मेले लगाकर गरीब, आदिवासियों को मुर्गी के लिए लोन देते थे और कहते थे कि मुर्गी से अंडे होंगे, फिर इन अंडों से मुर्गी होगी। गरीब आदिवासियों को झूठे सपने दिखाते थे, लेकिन भाजपा की सरकार ने सबको सक्षम बनाने का काम किया है। हमने प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण योजना में किसानों को ट्रेक्टर के लिए, युवाओं को स्वरोजगार के लिए ऋण दिए हैं। यह बात प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को झाबुआ में जनसभा को संबोधित करते हुए कही।

भाजपा सरकारों ने बताया विकास क्या होता है

                प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि विकास क्या होता है, यह भाजपा की सरकारों ने करके दिखाया है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने54 साल तक सरकार चलाई, लेकिन उन्होंने जितना विकास 54 सालों में नहीं किया,  उतना विकास शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने 15 सालों में कर दिया। इसी तरह देश में राहुल गांधी की चार पीढ़ियां जो काम नहीं कर पाईं, वो एक चाय बेचने वाले ने चार साल में करके दिखा दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में गरीब, आदिवासियों को झूठे सपने दिखाए जाते थे। उन्हें गुमराह किया जाता था। आजादी के इतने वर्षों के बाद भी कांग्रेस की सरकारें आदिवासियों  का भविष्य नहीं बदल पाई।

पैसे वालों को ही मिलता था बैंक से कर्ज

                प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भाजपा की सरकारों ने लोगों को अपने पैरों पर खड़े होने की ताकत दी है, नया विश्वास दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जमाने में कर्ज उन्हें ही मिलता था, जिनके पास संपत्ति हुआ करती थी। अब यदि किसी गरीब के पास संपत्ति नहीं है, तो वह कहां से लाए संपत्ति, कैसे मिले उसे ऋण। इसके लिए हमारी सरकार ने नियम बनाया कि यदि कोई भी प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से ऋण लेना चाहता है, तो उसे कोई गारंटी देने की जरूरत नहीं होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने करीब 14 करोड़ का ऋण बिना गारंटी के देशभर में युवाओं को, किसानों को, महिलाओं को दिया है। वे आज अपने पैरों पर खड़े हैं, अपने बलबूते पर खड़े हैं। उन्होंने कहा कि हमारे गरीब आदिवासियों का जीवन जंगलों में ही गुजर जाता था। महिलाएं लकड़ी का चूल्हा जलाने के लिए मजबूर हुआ करती थीं। यदि किसी को बाहर जाना है तो उसे दो-दो दिनों तक बसें नहीं मिलती थीं। बस मिलती थी तो उसे दो-दो मील तक पैदल जाना पड़ता था। प्रधानमंत्री ने कहा कि क्या अब अपने बच्चों के लिए ऐसी जिंदगी देखना चाहते हैं, यदि नहीं देखना चाहते हैं तो इन कांग्रेस की सरकारों को कभी भी सत्ता में मत आने देना। यदि ये आए तो फिर से उसी स्थिति में ले जाकर छोड़ देंगे।

मिट्टी की सड़कों के लिए होती थी मान-मनौव्वल

                प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले मिट्टी की सड़कों के लिए ही मान-मनौव्वल होती थी। लेकिन भाजपा की सरकार ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना का काम शुरू किया। अब क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि, सरपंच आते हैं तो वे कहते हैं कि अब सिंगल रोड को डबल करवा दो, हमारे गांव में दूसरी तरफ से भी पक्की सड़क बनवा दो। जब कांग्रेस की सरकारों में गांव के सरपंच आते थे तो वे मिट्टी खोदने का काम मांगते थे। इसके बाद यदि उन्हें काम मिल भी गया, तो उसकी मजदूरी के पैसे लेने के लिए उन्हें रिश्वत देनी पड़ती थी। लेकिन हमने पैसा सीधे मजदूर के खातों में ट्रांसफर करने की व्यवस्था कर दी। उन्होंने कहा कि जितना काम मध्यप्रदेश में 15 वर्षों में हुआ, जितना काम केंद्र सरकार ने चार साल में किया, यदि उतना काम ये कांग्रेस के लोग करेंगे तो इन्हें वर्षों लग जाएंगे।

2022 तक सबको मिलेंगे पक्के मकान

                प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने हर किसी को पक्का घर देने का वादा किया है। मेरे वादे की ताकत देखिए, ये कांग्रेस की तरह खोखले वादे नहीं हैं। उनकी चार पीढ़ियों के समय जो बोला गया है, वे भी भूल गए हैं। हमने जो वादा किया है, वह निभाकर दिखाया है। अब तक देशभर में एक करोड़ 25 लाख मकान बनाकर दे दिए हैं। ये मकान भी ऐसे नहीं हैं कि चार दीवार उठाई और सौंप दी चाबी। इन घरों में नल भी होगा, जल भी होगा, बिजली भी होगी, शौचालय भी होगा, खाना पकाने के लिए गैस का चूल्हा भी होगा।

15 प्रोजेक्ट अटके थे वर्षों से

                प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों में सिंचाई परियोजनाओं के कई बड़े प्रोजेक्ट अटके थे, लेकिन हमने मध्यप्रदेश में ऐसी 15 बड़ी सिंचाई परियोजनाओं को शुरू किया है। देशभर की ऐसी 100 परियोजनाएं अटकी पड़ी हुईं थी।

कांग्रेस का कर्जमाफी वादा खोखला

                प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से खोखले वादे करती रही है। उन्होंने कर्नाटक चुनाव से पहले भी किसानों से वादा किया था कि वे किसानों का कर्ज माफ करेंगे। कर्जमाफी के नाम पर जीतकर आ गए। सरकार बना ली, लेकिन अब तक कर्जमाफी नहीं हो पाई। अब किसान वहां पर आंदोलन कर रहे हैं तो उन्हें धमकाया जा रहा है। किसानों को कर्ज चुकाने के नोटिस भेजे जा रहे हैं। डर के कारण किसानों को अपने घरों को छोड़कर भागना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने ऐसा ही ड्रामा 2009 के चुनाव से पहले भी किया था। उन्होंने ढोल पीटा था कि किसानों का कर्जा माफ करेंगे, लेकिन नहीं कर पाए। उस समय किसानों के उपर 6 लाख करोड़ का कर्जा था। 2009 के चुनाव जीतने के बाद उनके रागदरबारियों ने बोलना बंद कर दिया। घोटालों से कम था किसानों का कर्ज, फिर भी माफी नहीं प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों के समय में घोटाले ही घोटाले हुए। कोयला घोटाला, टूजी घोटाला, हेलीकॉप्टर घोटाला, कॉमनवेल्थ गेम्स का घोटाला। ये सब इतने बड़े-बड़े घोटाले थे कि इनके आगे किसानों के कर्ज की राशि काफी कम थी। लेकिन इन घोटालेबाजों ने कर्जमाफी भी नहीं की और देश को बर्बाद कर दिया।

सवा करोड़ जनता ही मेरा परिवार

                प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं झाबुआ आता हूं तो ऐसा ही लगता है कि मैं घर में ही पहुंच गया। इतने सालों का पुराना नाता है, हर प्रकार से जुड़े हुए लोग हैं। उन्होंने कहा कि ये धरती वीर नायक चंद्रशेखर आजाद की जन्मभूमि है। हमारा झाबुआ आदिवासी, परंपरा, विशेषता की आस्था का केंद्र रहा है। न सिर्फ मध्यप्रदेश, बल्कि पड़ोस में गुजरात हो, राजस्थान हो, इन सबके साथ इस अंचल का विशेष नाता रहा है। हमारे भीली गीत आज भी कानों में गूंजते रहते हैं। उन्होंने कहा कि आज दुनिया पर्यावरण के मुद्दे पर चिंता कर रही है, लेकिन सदियों पूर्व यहां के आदिवासियों की जीवन शैली को देखा होता, समझा होता तो पर्यावरण की रक्षा कैसे होती है,  उसके लिए आज इतनी चिंता करने की नौबत नहीं आती। उन्होंने कहा कि देश की सवा करोड़ जनता ही मेरा परिवार है, मैं तो दिन-रात इनकी सेवा में ही लगा रहता हूं।

चंपा बहिन से जब मेरी बात हुई

                प्रधानमंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी का उपयोग करके मैं लोगों से बात करता रहता हूं। एक बार मुझे हमारे झाबुआ जिले के लोगों से भी बातचीत करने का मौका मिला था। एक हमारी चंपा बहन से भी बात हुई। वे जब मुझ से बात कर रही थीं,  तो कड़कनाथ को लेकर आई थी। उन्होंने कहा कि ये कड़कनाथ झाबुआ की आन-बान-शान है। कड़कनाथ झाबुआ की आर्थिक शक्ति और और पूरे क्षेत्र को कड़क बनाने का काम करता है।

विकास का पर्याय हैं भाजपा सरकारें : थावरचंद गेहलोत

                केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारें विकास का पर्याय हैं। जितना विकास पिछले 15 वर्षों में मध्यप्रदेश में हुआ है,  उतना विकास कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मैं इस क्षेत्र में हमेशा से आता रहा हूं, लेकिन अब इस क्षेत्र की तस्वीर पूरी तरह से बदल चुकी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश में ऐसा पहला राज्य है, जो सबसे पहले योजनाएं बनाता है और उसके बाद अन्य राज्य यहां की योजनाओं को अपने राज्यों में भी चलाते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने मध्यप्रदेश के लिए धनराशि की कमी कभी नहीं होने दी। उन्होंने नगरीय प्रशासन व्यवस्था के लिए अलग से राशि उपलब्ध कराई थी। कांग्रेस की सरकार में एक लाख करोड़ की धनराशि से अधिक कभी नहीं मिली, लेकिन मोदी सरकार ने मध्यप्रदेश को 3 लाख 34 करोड़ की धनराशि उपलब्ध कराई है। देश और और प्रदेश में विकास के लिए भाजपा की ही आवश्यकता है।

ये रहे मौजूद

                झाबुआ में आयोजित प्रधानमंत्री की सभा में भाजपा के प्रत्याशी पेटलावट से निर्मला भूरिया, मनावर से रंजना बघेल, थांदला से कलसिंह भावर, गंधवानी से सरदार मेड़ा, कुक्षी से वीरेंद्र सिंह बघेल, सरदारपुर से संजय बघेल, जोबट से माधौसिंह डाबर, झाबुआ से जीएस डामोर के अलावा केंद्रीय राज्यमंत्री यशवंत भावोर, गुजरात के मंत्री बच्चूभाई खाबड़, प्रदेश महामंत्री बंशीलाल गुर्जर, नागरसिंह चौहान, अशोक जैन, शांतिलाल बिरावर, किशोर शाह, ओमप्रकाश शर्मा, राजेंद्र अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी, मोर्चा पदाधिकारी और आमजन मौजूद रहे।

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