इंदौर मीडिया समूह संझा लोकस्वामी पर कार्रवाई : रेत माफिया की एन्ट्री - हनी ट्रैप या कोई और वजह ?


खबर नेशन /Khabar Nation
मध्यप्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर की मीडिया पर इन दिनों शासन प्रशासन का कहर टूट पड़ा है । इंदौर से प्रकाशित होने वाले सांध्यकालीन समाचार पत्र संझा लोकस्वामी का प्रकाशन जिला प्रशासन ने बंद करा दिया है। इंदौर पुलिस ने समाचार पत्र के मालिक जीतू सोनी और उनके पुत्र अमित सोनी,विक्की एवं दो भतीजों के खिलाफ लगभग तीस प्रकरण विभिन्न थानों में दर्ज कर लिए हैं । चुन-चुन कर बदला लेने की तर्ज पर अधिकांश मामले झूठे दर्ज किए गए हैं । जिला प्रशासन ने सोनी के मकान, मायहोम होटल, ओटू पब, वेस्ट बेस्टर्न होटल को अतिक्रमण के नाम पर तहस नहस कर दिया है । प्रेस परिसर भी सील कर दिया है ।
पुलिस की गिरफ्त में अमित सोनी मीडिया से चर्चा में उन्हें और उनके परिजनों पर मध्यप्रदेश के चर्चित मामले हनी ट्रैप की खबरों को लेकर बदला लेने का आरोप लगा रहे हैं।
आखिर वजह क्या है ? पूरा का पूरा जिला प्रशासन , पुलिस आखिर हाथ धोकर सोनी परिवार के पीछे क्यों पड़ गई है ? सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि हनी ट्रैप कांड में जब्त मध्यप्रदेश के अफसरों और राजनेताओं की अश्लील सीडी श्री सोनी को प्राप्त हो गई थी । जिसके बाद उन्होंने व्यापम मामले के मुख्य आरोपी रहे पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा और हनी ट्रैप की मुख्य आरोपी श्वेता जैन की बातचीत के अंश प्रकाशित कर दिए और वीडियो यूट्यूब चैनल पर प्रसारित कर दिया । इसी के साथ ही उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान के प्रमुख सचिव एस के मिश्रा और श्वेता जैन की बातचीत के अंश भी प्रकाशित प्रसारित कर दिए । सूत्रों का यह भी कहना है कि मध्यप्रदेश के एक प्रभावशाली अफ़सर की अश्लील सीडी के अंश भी प्रकाशित होने वाले थे । जिसके बाद सोनी परिवार पर कहर टूट पड़ा।
बाजार में यह भी चर्चा है कि पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा और हनी ट्रैप की आरोपी श्वेता जैन के कुछ ऐसे अंश भी प्रकाशित कर दिए गए जिनमें भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर लक्ष्मीकांत शर्मा आपत्तिजनक टिप्पणी करते नजर आ रहे थे । सूत्रों का कहना है कि यह सारी कार्यवाही संभवतः इस मामले केन्द्र सरकार द्वारा मध्यप्रदेश सरकार से अप्रत्यक्ष जबाब तलब किए जाने के बाद की गई है ।
इस तोड़ फोड़ की एक और वजह बताई जा रही है कि इसके पीछे रेत माफियाओं से जुड़ी लड़ाई भी है । आज मध्यप्रदेश की के रेत खदानों की नीलामी थी और शिवराज सिंह चौहान सरकार में रेत के कारोबार से जुड़ी एक प्रभावशाली कम्पनी के हाथ इस बार कुछ नहीं लग पाया है । सूत्रों के अनुसार सरकार में बैठा एक प्रभावशाली तबका इस बार रेत खनन के कारोबार में उतरना चाहता है।जिसे मध्यप्रदेश से बाहर की एक कंपनी का समर्थन प्राप्त था। पूर्ववर्ती सरकार में प्रभावशाली रहे मध्यप्रदेश के रेत कारोबारी को लेकर एक राष्ट्रीय स्तर के प्रभावशाली नेता ने कांग्रेस के दिग्गज से इस कंपनी को काम दिए जाने की सिफारिश की थी। जिसके बाद दिग्गज कांग्रेसी नेता ने सहयोग करने से मना कर दिया था । बाद में उक्त कारोबारी जीतू सोनी के साथ मिलकर रेत के कारोबार में उतरने का मन बना चुकी थी । सरकार के प्रभावशाली तबके ने इस बात को लेकर सोनी पर दबाव भी बनाने की कोशिश की थी। सोनी ने इस दबाव की कोशिश को भौंथरा करते हुए हनी ट्रैप पर ख़बरें प्रकाशित करने के अपने उग्र तेवर बरकरार रखें । जिसके बाद पुलिस प्रशासन कड़ी कार्रवाई के मूड में आ गया।

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