आई डी ए के सब इंजीनियर पाटीदार से जब्त डायरी में दिग्गजों के नाम

 

खबर नेशन /  Khabar Nation

इंदौर विकास प्राधिकरण के सब इंजीनियर गजानन पाटीदार के घर लोकायुक्त छापे में एक डायरी जब्त हुई है । सूत्रों के अनुसार जब्त डायरी में कोडवर्ड में नेता, अफसरों और पत्रकारों के नामों  और दी गई राशि का जिक्र है। पाटीदार और उसके बिल्डर भाई से जब्त रकम संभवतः चुनाव में बांटे जाने की संभावना जतलाई जा रही है । इस छापे में इतनी बड़ी रकम और राजनैतिक कनेक्शन सामने आने के बाद    भोपाल में बैठे आला अधिकारी  इंदौर लोकायुक्त के अफसरों से सीधे संपर्क में आ गए हैं । डायरी में उल्लेखित नामों में पूर्ववर्ती सरकार के कई दिग्गज नेताओं और तत्कालीन आवास पर्यावरण विभाग से जुड़े रहे मंत्रियों के निज स्थापना में लगे स्टाफ और मंत्रियों के खास समर्थकों के नाम सहित वल्लभ भवन में पदस्थ रहे कई अधिकारियों के नामों की और इशारा कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इंदौर विकास प्राधिकरण के सब इंजीनियर गजानन पाटीदार के घर सहित नौ स्थानों पर शनिवार सुबह लोकायुक्त की टीम ने छापा मारा। इस दौरान पाटीदार के घर से बड़ी मात्रा में नकदी, सोना, चांदी, कार और संपत्ति के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। छापे में मिले नकदी, गहनों और दस्तावेजों को सीज कर दिया गया है। छापेमारी अब भी जारी है। 
विज्ञापन

लोकायुक्त पुलिस के एक  आला अधिकारी ने बताया कि इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) के सब इंजीनियर गजानन पाटीदार के खिलाफ शिकायत मिली थी कि उन्होंने भ्रष्ट तरीकों से अकूत संपत्ति अर्जित की है। इस शिकायत पर पाटीदार और उनके नजदीकी रिश्तेदारों के कुल नौ ठिकानों पर छापे मारे गये। इनमें इंदौर के आठ और पड़ोसी खरगोन जिले का एक ठिकाना शामिल है।

उन्होंने बताया कि पाटीदार के इंदौर के स्कीम नम्बर 78 स्थित घर में लगभग 25 लाख रुपये की नकदी, करीब दो किलोग्राम के स्वर्णाभूषण, चांदी के लगभग तीन किलोग्राम वजनी जेवरात और अन्य कीमती सामान मिला है। इसके अलावा, शहर के विजय नगर क्षेत्र और अन्य स्थानों पर उनकी कई अचल संपत्तियों के बारे में सुराग मिले हैं जिनकी तसदीक की जा रही है।

अधिकारी ने बताया कि पाटीदार बतौर अनुरेखक (ट्रेसर) आईडीए की सरकारी सेवा में वर्ष 1987 में शामिल हुए थे। वर्ष 1997 में उन्हें सब इंजीनियर के रूप में पदोन्नत कर दिया गया था।

उन्होंने बताया, "पाटीदार का भाई रमेशचंद्र भवन निर्माण ठेकेदार है। हमें संदेह है कि भवन निर्माण के कारोबार में दोनों भाइयों के बीच भागीदारी है और पाटीदार ने सरकारी प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए अपने भाई को ठेके दिलाने में मदद की है।" सब इंजीनियर के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की विस्तृत जांच और सरकारी कारिंदे की बेहिसाब संपत्ति का मूल्यांकन जारी है।

Share:


Related Articles


Leave a Comment