महिला आय.ए.एस. का कहर

करोड़पति डॉक्टर के बेटे को घटिया दारू स्मगल करते पकड़वाया

खबरनेशन / Khabarnation

महिला आय.ए.एस. अफसर के दबाव में आकर मध्यप्रदेश पुलिस ने करोड़पति डॉक्टर के बेटे पर कहर बरपा दिया। मामला छेड़छाड़ और अश्लील इशारों का था और गिरफ्तारी दो पेटी घटिया दारू के मामले में की गई। मामला 6 माह पुराना हैं। देश में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसरों का चयन करने वाली संघ लोक सेवा की टायर लिस्ट में शुमार महिला चयनार्थी इंदौर एक सेमीनार के सिलसिले में आई थी। इंदौर के ए.बी. रोड स्थित प्रमुख होटल में उक्त महिला आय.ए.एस. चयनार्थी सहित शहर के प्रमुख अफसर भी वहां मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार उक्त होटल में करोड़पति डॉक्टर का बेटा भी शराब खोरी कर रहा था। इसी दौरान डॉक्टर का बेटा उक्त महिला आय.ए.एस. चयनार्थी पर लगातार नजरें गड़ाए रखा था और जैसे ही दोनों की नजरें मिली डॉक्टर का बेटा अश्लील इशारों के साथ, साथ चलने की मांग कर बैठा। मामूली कहासुनी के बाद उक्त महिला चयनार्थी ने प्रदेश के आला अफसर को अपनी आप बीती सुनाई। जिनके फोन के बाद पूरा मामला बदल गया। इंदौर पुलिस ने डॉक्टर के बेटे को तत्काल अपनी गिरफ्त में ले लिया, लेकिन कागजों में गिरफ्तारी दर्ज नहीं की। 

बताया जाता हैं कि उक्त महिला चयनार्थी इस बात पर अड़ी थी कि आरोपी को लंबे समय की जेल हो लेकिन इंदौर की पुलिस रसूखदार डॉक्टर के बेटे पर सामान्य मामले में कार्यवाही करना चाहती थी। उक्त महिला चयनार्थी को सामाजिक मान सम्मान और कानूनी पचड़े में समय बरबाद होने का हवाला भी दिया गया। जिसके बाद उक्त आय.ए.एस. महिला चयनार्थी ने किसी अन्य मामले में डॉक्टर के बेटे को गिरफ्तार करने पर रजामंदी दे दी। इंदौर पुलिस ने दूसरे दिन उक्त डॉक्टर के बेटे को अपनी कार में दो पेटी घटिया शराब ले जाते पकड़ा।

खबरनेशन.कॉम के पास उक्त पूरे मामले से संबंधित आवश्यक दस्तावेज मौजूद हैं। हम व्यवस्था पर सवाल उठाना चाहते हैं, पर किसी के मान सम्मान पर ऑच नहीं आने देना चाहते इसलिए पीड़ित और आरोपी दोनों के नाम सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं।
 
सवाल हैं कि इंदौर पुलिस ने मामले को रफा दफा करने की कोशिश क्यों की...?

सवाल यह भी हैं कि जब उक्त ट्रेनी महिला आय.ए.एस. अपने साथ हुए हादसे की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करवाकर न्याय की गुहार नहीं लगा सकती तो अपने प्रशासनिक कार्यकाल के दौरान आम और गरीब आदमी के हित में कैसे काम कर सकेगी...?

सवाल यह भी हैं कि करोड़पति डॉक्टर का बेटा जब एक दिन में महंगी दारू पर हजारों रूपए बर्बाद कर देता हैं तो अपनी गाड़ी में पॉच सौ रूपए की शराब स्मगल क्यों करेगा...?
सवाल यह भी हैं कि यू.पी.एस.सी. को अपने चयन के मापदण्डों में ब्रेन मेपिंग जैसे टेस्ट भी शामिल नहीं करना चाहिए। जो प्रमुख सर्विसेस में दृढ़ इच्छा शक्ति और बहतर कार्य करने वालों का चयन करें।
 जब डॉ.से पुत्र के बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि यह मेरे जीवन की एक दुःखद घटना थी जिसे मैं किसी भी रूप में याद नहीं करना चाहता। उन्होंने इसके विरोध में किसी भी प्रकार की कानूनी कार्यवाही ना किये जाने की बात भी की। उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता किसी भी मामले से मेरे परिवार की प्रतिष्ठा पर किसी भी प्रकार की ऑच आये।

 

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