पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम की शिलालेख तोड़ी
कांग्रेस ने बीजेपी विधायक पर लगाए आरोप
पूर्व कानून मंत्री ने पुलिस से की शिकायत
खबर नेशन Khabar Nation
सागर / नरयावली विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत रजोआ स्थित शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल के शासकीय भवन में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के नाम का लगा शिलालेख तोड़ने के मामले में कांग्रेसजनों ने मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी, पूर्व कानून मंत्री पी. सी. शर्मा, जिला ग्रामीण कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष सुरेंद्र सुहाने, शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती रेखा चौधरी के साथ बड़ी संख्या में थाना मोती नगर पहुंच कर नगर पुलिस अधीक्षक श्री प्रजापति को शिलालेख के टूटे टुकड़े तथा आवेदन सौंपकर पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष श्री कमलनाथ जी के नाम का शासकीय भवन में लगा शिलालेख तोड़ने वालों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की मांग की है। कांग्रेसियों ने कहा कि शासकीय स्कूल भवन रजोआ थाना मोती नगर अंतर्गत स्थित शासकीय भवन का लोकार्पण तत्कालीन मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन एवं वर्तमान नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के द्वारा दिनांक 9 फरवरी 2020 को संपन्न कराया गया था । जिसमें जिले के तत्कालीन प्रभारी मंत्री बृजेंद्र सिंह का भी उल्लेख था। दिनांक 9 जनवरी 2021 को प्रदीप लारिया विधायक नरयावली, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सागर, नायब तहसीलदार सागर, विकास खंड शिक्षा अधिकारी सागर, प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल रजोआ के साथ साथ पंचायत सचिव ने एक राय होकर शासकीय स्कूल भवन रजोआ में लगे कमलनाथ एवं बृजेंद्र सिंह के नाम का शिलालेख तोड़ दिया है जो कि कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है। कांग्रेसियों ने शिलालेख तोड़ने के दोषियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करने की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि यदि दोषियों पर शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई तो कांग्रेस पार्टी उग्र आंदोलन को बाध्य होगी जिसका संपूर्ण उत्तरदायित्व शासन/ प्रशासन का होगा। इस दौरान मुख्य रूप से मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष श्री वीरेंद्र गौर, जिला शहर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष श्री पुरुषोत्तम मुन्ना चौबे, अमित राम जी दुबे, राकेश राय, शौकत अली, गोवर्धन रैकवार, राशिद खान, संदीप सबलोक, सिंटू कटारे, अशरफ खान, सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस जन मौजूद थे।