कोरोना के नाम पर परीक्षा केंद्र में छुआछूत और साम्प्रदायिकता
खबर नेशन /Khabar Nation
भोपाल / दिनांक 10 जून 2020 को माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा की हायर सेकंडरी परीक्षा का प्रश्नपत्र आयोजित था। नवलखा स्थित बंगाली हायर सेकंडरी स्कूल पर सुबह जब विद्यार्थी परीक्षा देने पहुंचे तो वहां पर मुस्लिम समाज के विद्यार्थियों के साथ भेदभाव किया गया और उन्हें अन्य विद्यार्थियों से अलग बैठाया गया। जब विद्यार्थियों ने इस बात का विरोध किया तो परीक्षा नियंत्रक श्री शरद त्रिवेदी ने यह कहा कि जो विद्यार्थी रेड ज़ोन से आएं हैं हम उन्हें अलग बैठाएंगे।
मैं सरकार से यह पूछना चाहता हूँ यदि बच्चों को अलग ही बैठाना है तो रेड जोन के बच्चों के लिए अलग परीक्षा केंद्र क्यों नही बना देते आप।
सरकार को सोचना चाहिए कि छोटे छोटे बच्चे जो इतनी महत्वपूर्ण परीक्षा से गुजर रहे हैं उनकी मनोदशा पर इस तरह का साम्प्रदायिक भेदभाव क्या प्रभाव डालेगा।
छुआछूत और सामाजिक भेदभाव का सैंकड़ों साल का इतिहास रहा है हमारा, पर आज के समय मे और शिक्षा के मंदिरों में ऐसी ओछी हरकतें करकर अपने छोटे बच्चों को क्या शिक्षा देंगे हम लोग।
शिवराज जी आपको ऐसा क्यों लगता है कि कोरोना सिर्फ मुस्लिम लोगों द्वारा फेलता है?
अगर ऐसा होता तो जी न्यूज के ऑफिस और दिल्ली संघ कार्यालय में कोरोना नही फैलता, और न ही आपके प्रिय सिंधिया जी कोरोना से संक्रमित होते।
शिवराज जी आपकी सरकार और जो भी लोग जो इतने छोटे छोटे बच्चों में हिन्दू मुसलमान खोज पा रहे हैं,आप सब लोग मानसिक रूप से बीमार हैं और मैं ईश्वर से प्राथना करता हूँ कि जल्द ही आप लोगो तक स्वास्थ्य लाभ पहुंचे।
मैं इंदौर प्रशासन से माँग करता हूँ कि इस घृणित घटना के पीछे जो भी लोग हैं उन पर उचित कार्यवाही करें।