अगर मुख्यमंत्री कमलनाथ से काम कराना हो तो यह ट्रिक अपनाएं


शर्तिया काम की गारंटी
पोषण आहार मध्यान्ह घोटाले में लिप्त अफसरों और राजनेताओं के चलते टलती रही योजना की हकीकत

खबर नेशन / Khabar Nation
भोपाल / अगर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से आप कोई लाभ लेना चाहते हैं या कोई काम कराना चाहते हों तो यह ट्रिक अपनाएं । शत-प्रतिशत तौर पर आपके काम होने की गारंटी रहेगी ।
हाल ही में मध्यप्रदेश के सबसे बड़े  केंद्रीयकृत रसोईघर (अक्षय पात्र) का भूमिपूजन संपन्न हुआ। यहां पर एक बार में 50,000 बच्चों के लिए  भोजन बनाया जाएगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री कमलनाथ थे। इस मौके पर अक्षयपात्र फाउंडेशन के चैयरमैन मधु पंडित नाथ भी उपस्थित रहें।
 शाहपुरा पुलिस स्टेशन के पीछे आयोजित  इस कार्यक्रम में एचईजी लिमिटेड के अध्यक्ष रवि झुनझुनवाला के अलावा प्रदेश सरकार में मंत्री डॉ.गोविंद सिंह, कमलेश्वर पटेल,  पीसी शर्मा,  समेत जिले के विधायक भी मौजूद रहें। संस्था का उद्देश्य 2025 तक 50 लाख बच्चों को भोजन मुहैया कराना है।
मध्यप्रदेश के भोपाल में शुरू हुए इस केन्द्रीयकृत रसोईघर के पीछे भी एक रोचक राजनैतिक कहानी है । सूत्रों के अनुसार यह रसोईघर मध्यप्रदेश में लगभग तीन साल पहले शुरू हो जाता लेकिन तत्कालीन भाजपा सरकार में राजनेताओं और अफसरों ने इसकी सुध ही नहीं ली । वह भी तब जब इस रसोईघर को चालू करने वाले एच ई जी लिमिटेड के रवि झुनझुनवाला अपने सामाजिक सरोकारों के तहत इसे मध्यप्रदेश में चालू करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिले । तीन साल पहले दो बार शिवराज और लगभग एक दर्जन बार मध्यप्रदेश के तत्तकालीन ताकतवर अफसरों से झुनझुनवाला मिलें होंगे । लेकिन मध्यप्रदेश के पोषण आहार मध्यान्ह घोटाले में लिप्त अफसरों और राजनेताओं के चलते इसे अंतिम रूप नहीं दिया जा सका । कुछ समय पूर्व वर्तमान मुख्यमंत्री कमलनाथ से जब रवि झुनझुनवाला मिले तो कमलनाथ की एक शर्त पर इस रसोईघर की स्थापना में पंख लग गए । मुख्यमंत्री कमलनाथ की शर्त थी कि ऐसा ही केन्द्रीयकृत रसोईघर छिंदवाड़ा में स्थापित किया जाए । अक्षयपात्र फाउन्डेशन द्वारा संचालित किया जाने वाला सबसे छोटा रसोईघर भी संभवतः छिंदवाड़ा में स्थापित होगा । जहां पर 9000 बच्चों के लिए खाना बनाया जाएगा ।

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