शिवराज जी फ्रेंड्स बनाओं पर ठेकेदारों को भी बचाओं

"फ्रेंड्स ऑफ एम.पी." ईवेन्ट के पहले IDA के एक ठेकेदार ने किया जहर खाने का प्रयास
 

भुगतान को लेकर परेशान, ठेकेदार ने दी जहर खाने की धमकी
 

खबरनेशन  / Khabarnation
 

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों पर यह करारा तमाचा हैं। जब इन्दौर विकास  प्राधिकरण में एक ठेकेदार भुगतान ना होने के एवज में आत्महत्या करने की धमकी दे रहा हैं। दो दिन पूर्व IDA के अफसरों के साथ उक्त ठेकेदार का जमकर विवाद हुआ। जिसके बाद उक्त ठेकेदार ने IDA अध्यक्ष के सामने जाकर जहर खाने की धमकी दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार परेश अग्रवाल के हाथ में कोई पुड़िया थी जिसे वे बार-बार दिखा रहे थे। कल से इन्दौर में प्रदेश में निवेश बढ़ाये जाने को लेकर शिवराज "फ्रेंड्स ऑफ एम.पी." नामक इवेन्ट करने जा रहे हैं। दो दिन पूर्व इंदौर विकास प्राधिकरण में केसर बाग ब्रिज को बनाने वाले ठेकेदार परेश अग्रवाल का अधिकारियों से भुगतान को लेकर जमकर विवाद हुआ था। विवाद के बाद उक्त ठेकेदार IDA अध्यक्ष शंकर ललवानी से मिलने गए और आहत स्थिति में जहर खाने की धमकी दे डाली।

गौरतलब हैं कि परेश अग्रवाल लोकसभा अध्यक्ष और इन्दौर की सासंद सुमित्रा महाजन के सांसद प्रतिनिधी राजेश अग्रवाल के भाई हैं। ब्रिज के निर्माण को लेकर काफी लंबे समय तक विवाद की स्थिती निर्मित रही थी। जिसके बाद हाईकोर्ट के निर्देश पर संभागायुक्त संजय दुबे के निर्देशन में केसर बाग ब्रिज का निर्माण पूर्ण हुआ।

जब इस संबंध में ठेकेदार परेश अग्रवाल से बात की तो उन्होंने बताया कि दो दिन पूर्व IDA में उनका अधिकारियों से विवाद हुआ था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं कहा था। उन्होंने कहा हो सकता हैं कि उत्तेजना में इस तरह के शब्द निकल गये हो लेकिन अधिकारियों की लापरवाही और उनकी व्यक्तिगत द्वेषता के चलते मेरा भुगतान काफी लंबे समय से लंबित हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फ्रेंड्स ऑफ एम.पी. कार्यक्रम के जरिये निवेश बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं और दूसरी तरफ इन्दौर विकास प्राधिकरण के अधिकारी कर्मचारी ठेकेदारों का शोषण कर रहे हैं।

श्री अग्रवाल ने कहा कि मेरा परिवार 100 सालों से सरकारी निर्माण कार्य के ठेके ले रहा हैं लेकिन ऐसा शोषण अंग्रेजों के समय भी नहीं हुआ।

जब इस मामले को लेकर इन्दौर विकास प्रधिकरण के अध्यक्ष शंकर ललवानी से बात की तो उन्होंने कहा कि अग्रवाल का विवाद अधिकारियों से हुआ था। वे वाकई में भुगतान को लेकर परेशान हैं। मैं कई बार प्रयास कर चुका हूँ कि अधिकारी और अग्रवाल के बीच समन्वय स्थापित हो जाए लेकिन 2-3  अधिकारी बदलने के बाद भी समन्वय स्थापित नहीं हो पा रहा हैं। जहर खाने की बात पर उन्होंने कहा कि वे ऐसा कई बार कह चुके हैं।


 

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