मुख्यमंत्री जवाब दें

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मुख्यमंत्री जवाब दें कि 48 घंटे तक ईवीएम मशीनों का जमा न होना क्या गड़बड़ी नहीं

पी.एच.क्यू. में पोस्टल बैलेट का बंडल मिलना क्या किसी साजिश का हिस्सा नहीं

4 हजार से अधिक ईवीएम मशीनें क्यों खराब हुई

नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि लोकतंत्र की इतनी चिंता है तो फिर भाजपा ने इन गड़बड़ियों की शिकायत क्यों नहीं की चुनाव आयोग से

भोपाल, 05 दिसंबर 2018 मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव आयोग और कांग्रेस पर तो आरोप लगा दिए लेकिन मतदान के दौरान और मतदान के बाद जो ईवीएम मशीनों में गड़बड़ियां हुईं उसका कोई जबाब नहीं दिया। अगर लोकतंत्र और चुनाव की निष्पक्षता की इतनी चिंता है तो भाजपा ने 48घंटे तक ईवीएम मशीनें जमा न होने, 4 हजार से अधिक ईवीएम मशीनें मतदान के दौरान खराब होने पर आपत्ति चुनाव आयोग में क्यों नहीं दर्ज कराई। क्या एक प्रमुख राजनीतिक दल होने के नाते उसकी यह जवाबदारी नहीं है कि वह इस बदइंतजामी और चुनाव की निष्पक्षता पर उठने वाले सवालों पर चुनाव अयोग से कहती। श्री सिंह ने मुख्यमंत्री से पूछा की खुरई में थाने में ई.वी.एम. मिलने और पी.एच.क्यू. में पोस्टल बैलेट मिलने की घटना को वे नहीं मानते कि यह घटनाएं निष्पक्ष चुनाव को प्रभावित करने का षडयंत्र है।

            नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि सरकार में रहने की जवाबदारी की बड़ी बातें की, मंत्रिमंडल की अनावश्यक बैठक की लेकिन जनादेश की सबसे बड़ी प्रक्रिया के दौरान हो रही गड़बड़ी पर मुख्यमंत्री सहित पूरी भाजपा का मौन रहना क्या उसकी मिलीभगत साबित नहीं करता। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री जवाब दें कि क्या सतना में स्ट्रांग रूम में दो व्यक्तियों को बड़े बक्से ले जाते हुए पीछे से घुसते नहीं पकड़े गए। शहडोल जिले में चार दिन बाद ईवीएम मशीन जमा नहीं हुई। अनूपपुर जिले के एक मतदान केंद्र पर 56 वोटों का अंतर क्यों पाया गया ? सागर और खरगोन जिले में ईवीएम मशीनें मतदान खत्म होने के 48 घंटे बाद क्यों पहुंची ? वो भी बिना नंबर की गाड़ी में। भोपाल के स्ट्रांग रूम की एलईडी करीब डेढ़ घंटे तक क्यों बंद रही। कलेक्टर कह रहे लाइट में फॉल्ट था जबकि बिजली विभाग के अधिकारी कह रहे थे कि कोई फॉल्ट नहीं था। इसके सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध नहीं कराए गए। प्रदेश के कई हिस्सों से स्ट्रांग रूम के तालों पर सील क्यों नहीं लगी ? मतदान के पूर्व शुजालपुर क्षेत्र में चुनावी ड्यूटी पर लगे अधिकारी-कर्मचारी ईवीएम को लेकर एक निजी होटल में क्यों ठहरे रहे। मुख्यमंत्री क्या इन घटनाओं को भी अनर्गल प्रलाप मानते हैं।

            नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री की आरोपों की यह पत्रकार वार्ता में स्पष्ट यह नजर आया कि वो चुनाव में बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ियों से घबरा गए। श्री सिंह ने कहा कि उनकी पूरी पत्रकार वार्ता से स्पष्ट है कि दाढ़ी में तिनका है।

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