अरूण यादव के सताये कमलनाथ को भाये

प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर तैनात टीम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव के सताये हुए नेताओं को दी प्रमुख जवाबदारी

खबरनेशन / Khabarnation

मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष कमलनाथ इन दिनों ऐसे लोगों को चुन चुन कर प्रदेश कांग्रेस की प्रमुख जवाबदारी दे रहे हैं जिन्हें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव के कार्यकाल के दौरान दरकिनार कर दिया गया था।  मीडिया सेल के चेयरपर्सन मानक अग्रवाल, राजीव सिंह, गोविन्द गोयल के नामों के साथ आज एक नया नाम धर्मेन्द्र वाजपयी का जुड़ गया हैं। धर्मेन्द्र वाजपेयी को आई टी सेल की कमान सौंपी गई हैं। कमलनाथ इसी के साथ ही मध्यप्रदेश में पुराने कांग्रेसियों से भी संपर्क कर रहे हैं और इसी के साथ ही जिन कांग्रेसियों को निष्कासित कर दिया गया था उन्हें वापस पार्टी में लेने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं। यादव के सताये उन लोगों को प्रदेश कांग्रेस में पुनः बहाली का सिलसिला बैतुल से कमलनाथ ने शुरू किया। 

गौरतलब हैं कि मध्यप्रदेश मीडिया सेल के चेयरमैन मानक अग्रवाल ने अरूण यादव के अध्यक्ष रहते पीसीसी आना बंद कर दिया था। इसकी प्रमुख वजह अरूण यादव द्वारा बराबर सम्मान ना दिया जाना और मीडिया की कमान के.के. मिश्रा को सौंपा जाना माना जाता रहा। 

राजीव सिंह, सुरेश पचौरी के प्रदेश अध्यक्ष रहते ताकतवर भूमिका में आये थे और उन्हें बाद में पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने भी भरपूर तवज्जों दी। राजीव सिंह संगठन के दस्तावेजी मामलों और चुनाव संबंधी कार्यों में प्रमुख भूमिका निभाते हुए आये हैं पर अरूण यादव ने उनका भूरपूर उपयोग नहीं किया।

गोविन्द गोयल को कोषाध्यक्ष बनाया गया हैं। श्री गोयल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खासुलखास माने जाते हैं। वे पूर्व में भी प्रमुख भूमिकाओं में रहे हैं। अरूण यादव के कार्यकाल के दौरान गोयल प्रदेश अध्यक्ष की कार्यशैली के खिलाफ धरने पर भी बैठ चुके हैं। नई नियुक्ति के तौर पर धर्मेन्द्र वाजपेयी को कमलनाथ ने आईटी सेल की जवाबदारी सौंपी हैं। वाजपेयी यादव के कार्यकाल के दौरान आई टी के प्रमुख जानकार के तौर पर प्रमुख भूमिका में थे।  लेकिन अरूण यादव की निजी पसंद के चलते वाजपेयी को दरकिनार कर दिया गया।

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