थैंक्स थाऊसेन सर एथलीट पैरेंट्स
कागजी दस्तावेजों से मुक्त एक्शन
खबर नेशन / Khabar Nation
मध्यप्रदेश के खेल विभाग के निदेशक भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी एस एल थाउसेन के त्वरित कदम से एथलेटिक्स के खिलाड़ियों और उनके पालकों में हर्ष की लहर दौड़ गई । खबर नेशन.कॉम की इक छोटी सी पहल भी सकारात्मक कदम की दिशा में अपने खाते में एक उपलब्धि दर्ज करा गई। कागजी दस्तावेजों की खानापूर्ति से मुक्त सोशल मीडिया के माध्यम से चंद घंटों में खेल विभाग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय ले लिया।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश की एथलेटिक्स एकेडमी दर्शाया 6-7 मई को प्रतिभावान एथलीट्स का चयन किया जाना है। प्रदेश भर से चुने गए इन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को खेल अकादमी में प्रवेश देने के लिए फाइनल ट्रायल है ।
गौरतलब है कि अब तक चयन का परिणाम ट्रायल के अनेक दिनों के बाद आता है। भारत भर में बड़ी-बड़ी परीक्षाओं के परिणाम सेम डे अर्थात उसी दिन घोषित हो रहे हैं । खिलाड़ी, अभिभावक, कोच सभी मैदान में उपस्थित होते हैं ऐसे में ट्रायल के साथ ही परिणाम घोषित किया जाना चाहिए । देरी से परिणाम घोषित होने पर पारदर्शिता संदिग्ध होती है और अकादमी पर प्रश्न खड़े होते हैं।
इसी के साथ ही अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुरूप ट्रायल में स्टार्ट नहीं करवाया जाता है । खिलाड़ियों द्वारा पोजीशन लेने के बाद स्टार्ट करने में डिले होता है । जिससे अन्य खिलाड़ी भ्रमित हो जाते हैं। दूसरे शहरों के खिलाड़ी यह मानते हैं कि अकादमी के ही खिलाड़ियों को स्टार्ट में डिले की जानकारी रहती है जबकि दूसरे शहरों से आए खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुरूप तत्काल स्टार्ट के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं रहते हैं ।पोज़ीशन लेने के बाद डिले उनका स्टार्ट गड़बड़ा जाता है और फाउल हो जाता है।
अकादमी तथा विभाग की प्रतिष्ठा बनाए रखने एवं खिलाड़ियों के साथ न्याय की दृष्टि से इन विसंगति की और खिलाड़ियों और उनके परिजनों खेल निदेशक का ध्यान आकर्षित कराया ।महज दो तीन घंटे के भीतर ही खिलाड़ियों के पक्ष में महत्वपूर्ण निर्णय हो गया ।
इस पूरे मामले की सबसे आश्चर्यजनक घटना यह रही कि इस सुधार की प्रक्रिया में शामिल समस्त पक्ष ना तो किसी से मिले और ना ही फोन पर कोई बात की और ना कोई कागजी कार्यवाही की गई । एक वॉट्स एप मैसेज पर एथलीट ट्रायल पारदर्शी बनाने की कोशिश की गई । इसलिए खिलाड़ी और उनके पैरेंट्स कह रहे थैंक्स थाउसेन सर...