भील जाति समुदाय दुनिया की सबसे प्राचीन व मूल जनजाति है-गोपीकृष्ण नेमा

 

सोची समझी रणनीति के तहत भील समुदाय की भावना को अपमानित करने का कृत्य किया गया-उमेश शर्मा
Khabar Nation / खबर नेशन
इंदौर 14 जनवरी,2020/भारतीय जनता पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों के साथ आज संभागायुक्त कार्यालय पहुंचकर माननीय राज्यपाल महोदय के नाम संभागायुक्त को ज्ञापन दिया।
इस अवसर पर नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा विगत दिनों लोग सेवा आयोग की पीएससी परीक्षा आयोजित की गई। उक्त परीक्षा में परीक्षार्थियों से भील समाज समुदाय को अपमानित करने वाले प्रश्न पूछे गये। लोक सेवा आयोग के द्वारा भील समाज को अनैतिक और अवैधानिक कामों में संलिप्त बताकर समाज को अपमानित करने का निंदनीय कार्य किया गया है। भील जाति समुदाय दुनिया की सबसे प्राचीन व मूल जनजाति है।
आपने कहा कि मध्यप्रदेश की इस सरकार के द्वारा जनजाति वर्ग एवं गरीबों के हितार्थ जो योजनाएं पूर्व में चलाई जा रही थी, उन सभी को बंद कर दिया गया। कांग्रेस आदिवासी भाईयों को बहुत हितेषी बनने का नाटक करती है। इसकी करनी व कथिनी में अंतर सबके सामने है। भील समुदाय के लोग कठोर मेहनत करने वाले सीधे-साधे होते है। जो कि कठोर मेहनत कर अपना जीवन यापन करते है। यह समुदाय आदिवासी होने के साथ जंगलों में छोटे-छोटे गांवों में रहने वाले सरल, सहज एवं प्राकृतिक अनुशासन के अंतर्गत अनुशासित समुदाय है।
आज भारतीय जनता पार्टी इस समुदाय के साथ खड़ी है और इस समुदाय का अपमान बर्दास्त नहीं करेगी, साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से मांग करती है कि भील समुदाय के लिये पीएससी की परीक्षा में लोकसेवा आयोग के द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को अविलंब हटाकर मध्यप्रदेश भील समाज से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करें।
प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार के लोकसेवा आयोग के द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत भील समुदाय की भावना को अपमानित करने का कृत्य किया गया। वैसे भी इस सरकार के द्वारा प्रदेश की जनजाति वर्ग व गरीब वर्ग के उत्थान के लिये कोई योजनाएं नहीं बनाई गई। इनको हमारे जनजाति वर्ग की चिंता भी नहीं है। कांग्रेस यह भी भूल गई कि इस समुदाय वर्ग के लोगों ने आजादी की लड़ाई में अपनी आहुति दी और देश को स्वतंत्र कराने में अपना पूरा योगदान दिया। मेहनतकश इस जाति वर्ग को शराबी और अपराधिक प्रवृत्ति होने का कहना घोर अपमानजनक है।
इस अवसर पर नगर महामंत्री मुकेशसिंह राजावत और घनश्याम शेर ने भी अपने विचार रखे। ज्ञापन का वाचन मुकेशसिंह राजावत ने किया एवं अंत में आभार सुदर्शन गुप्ता ने माना।
ज्ञापन में प्रमुख रूप में नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा, विधायक महेन्द्र हार्डिया, रमेश मेंदोला, सुदर्शन गुप्ता, मधु वर्मा, डॉ. उमाशशि शर्मा, उमेश शर्मा, मुकेशसिंह राजावत, गणेश गोयल, घनश्याम शेर, कमल बाघेला, बालकृष्ण अरोरा, जे पी मूलंचदानी, जयंत भीसे, हरप्रीतसिंह बक्षी, संदीप दुबे, सविता अखण्ड, गायत्री गोगड़े, युवराज दुबे, बसंत पारगी, मनीष ठाकुर, पुष्पेन्द्र जैन, विनोद पारगी, हेमेन्द्रसिंह ठाकुर, पुष्पा पारगी, संजय मकवाना, रेखा ठाकुर, अटल पारगी, निरंजनसिंह चौहान, राजेश शुक्ला, नितीन शर्मा, अश्विन शुक्ला, कंचन गिदवानी, मनस्वी पाटीदार, पदमा भोजे, ज्योति तोमर, वीणा वर्मा, विनोद खण्डेलवाल, प्रकाश राठौर, राजेश शिरोड़कर, पप्पी शर्मा, ऋषिसिंह खनूजा, कमल मटाई, नासीर शाह, मंजूर एहमद, वसीम खान, अमित रघुवंशी, पुरूषोत्तम जायसवाल, अनीस खान, राजेन्द्र कैलोनिया, मयंक पावेचा, सन्नी टूटेजा, अशोक खुबानी, रामबाबू यादव सहित अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।

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