मुरैना जिले में डिप्टी रेंजर की रेत माफियाओं द्वारा हत्या

खबरनेशन/Khabarnation  
मुख्यमंत्री जी यह गलती नहीं बेईमानी है इस्तीफा दें
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि हर कैबिनेट में रेत नीति बनाने वाली सरकार 15 साल में रेत माफियाओं के खिलाफ नीति नहीं बना पाई

भोपाल। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि हर कैबिनेट में रेत को लेकर हर बार नई नीति बनाने वाली शिवराज सरकार रेत माफियाओं के खिलाफ आज तक कोई नीति नहीं बना पाई। रेत माफिया खुले आम सरकारी अमले की हत्या या हत्या करने की कोशिश कर रहे हैं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उन्हें संरक्षण दे रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि ''बेईमान नहीं हैं, गलती हो सकती है''  कहने वाले मुख्यमंत्री पिछले 15 सालों से गलतियां कर रहे हैं। प्रदेश में पिछले सात माह में 69 ऐसी घटनाएं हुई हैं जिसमें रेत माफियाओं ने अवैध उत्‍खनन रोकने पर सरकारी अमले पर जानलेवा हमले किए हैं। इसलिए यह उनकी बेईमानी है कि वे रेत माफियाओं के खिलाफ नत मस्तक हैं और उनका संरक्षण उन्हें प्राप्‍त है मुख्‍यमंत्री को तत्‍काल इस्तीफा देना चाहिए।

नेता प्रतिपक्ष  सिंह ने कहा कि मुरैना जिले में अवैध रेत उत्खनन करने वाले ट्रैक्टर ने डिप्टी रेंजर की कुचलकर हत्या कर दी। यह वही जिला जहां मार्च 2012 में रेत माफिया ने आई.पी.एस. नरेंद्र कुमार की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी थी। मुरैना जिले में पिछले सात माह में 11 घटनाएं हुई हैं जिसमें रेत माफियाओं ने सरेआम पुलिस, वन एवं प्रशासनिक अधिकारियों पर हमले किए और उनकी जान लेने की कोशिश की। सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री का खुद का गृह जिला रेत माफियाओं का स्वर्ग बना है। मुख्यमंत्री का रेत माफिया वालों को खुद संरक्षण हैं। इसका उदाहरण है कि 25 अगस्त को जब मुख्यमंत्री अटल जी की अस्थियां लेकर बुधनी गए थे तो उनके साथ फरार रेत माफिया विजयपाल सिंह उनके साथ थे। जिसका डंपर अवैध रेत परिवहन के मामले में जब्त है। यह संयोग है कि मुख्यमंत्री ने ग्यारह दिन बाद अवैध परिवहन करने पर जब्त डंपर के मामले में पहली बार में राजसात करने के सरकार के आदेश को पलटते हुए पहली बार में सिर्फ जुर्माना कर छोड़ देने का नया निर्णय कैबिनेट की बैठक में लिया।

        नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि ईमानदार और दीन हीन बनकर जनता को धोखा देने वाले मुख्यमंत्री की असलियत यह है कि वे खुले आम रेत माफियों को संरक्षण दे रहे हैं। यही कारण है कि पिछले 15 सालों में रेत माफियाओं की मध्यप्रदेश में समानांतर सरकार है। पंद्रह साल में अवैध उत्खनन करने वाले खरबपति हो गए हैं और वे भाजपा सरकार को खरीदने में सक्षम हैं। जिसके कारण सरकारी अमले की जान से रेत माफिया खुलेआम खेल रहे हैं। मुरैना में डिप्टी रेंजर की हत्या के बाद मुख्यमंत्री को अपनी बेईमानी स्वीकार कर इस्तीफा दे देना चाहिए।

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