शराब माफियाओं की मसीहा बनी कमलनाथ सरकार: गोपाल भार्गव

 

- पर्यटन स्थलों पर शराब की दुकानें खुलेंगी तो कई तरह की अव्यवस्थाएं फैलेंगी।

- कमलनाथ मध्यप्रदेश को बंटाढार युग मे ले जा रहें

 खबर नेशन / Khabar Nation

भोपाल। शांति के टापू मध्यप्रदेश को मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनकी पूरी सरकार मदिरा प्रदेश बनाने में जुटी हुई है। कांग्रेस ने जनता को शराब मुक्त प्रदेश का वचन दिया था अब उसके उलट शराब माफियाओं की संरक्षक बन गयी है। शराब नीति में बदलाव मुख्यमंत्री कमल नाथ मध्यप्रदेश को उसी 15 साल वाले प्रदेश की तरफ ले जा रहे हैं, जहां से भाजपा की सरकार ने प्रदेश को एक प्रगतिशील प्रदेश बनाने की शुरूआत की थी। क्या सरकार के पास सिर्फ शराब ही आय बढ़ाने का जरिया है? मुख्यमंत्री शराब से हटकर भी कुछ सोचें, ताकि प्रदेश के युवाओं का भविष्य भी सुरक्षित हो सके। ये बातें नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने प्रदेश सरकार द्वारा शराब नीति में बदलाव पर कही।

शराब माफ़िया को खुला निमंत्रण दे रही प्रदेश सरकार

नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव ने सरकार की नई शराब नीति पर मुख्यमंत्री कमल नाथ को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार अब प्रदेश में विदेशी शराब भी परोसने की तैयारी में है। विदेशी शराब का कारोबार प्रदेश के बड़े शहरों में शुरू कराया जा रहा है। बाद में इसे पूरे प्रदेश में शुरू करवा देंगे। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश हमेशा से शांति का टापू रहा है, लेकिन कमल नाथ सरकार को प्रदेश में शांति अच्छी नहीं लग रही है। यही कारण है कि वे लगातार शराब के कारोबार पर ही फोकस कर रहे हैं। उन्होंने अब इस कारोबार में क्लस्टर बनाकर सिर्फ बड़े कारोबारियों को ही रखने का निर्णय लिया है, लेकिन यह सही है। प्रदेश सरकार की नई शराब नीति के कारण कई छोटे कारोबारी इससे बाहर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार शराब माफियाओं को सक्रिय कर रही है। जो प्रदेश के लिए घातक है।

पर्दे के पीछे से चल रही सरकार

नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव ने कहा कि मुख्यमंत्री भले ही कमलनाथ हो लेकिन उसका संचालन पर्दे के पीछे से दिग्विजय सिंह कर रहे हैं। यह पहला अवसर नहीं है कि प्रदेश में 15 साल पुरानी व्यवस्थाएं लागू हो रही है। सरकारी बैठकों में मुख्यमंत्री की जगह पूर्व मुख्यमंत्री अधिकारियों को आदेश देते हैं और अब सरकार के नीति नियम बदलकर 15 वर्ष पुराने लागू हो रहे हैं। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि श्री दिग्विजय सिंह का सरकार चलाने में किस स्तर तक हस्तक्षेप है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश में बंटाधार युग की वापसी कर रहे हैं, जो कि जनता के लिए बुरे संकेत है। उन्होंने कहा कि सरकार फिजूलखर्ची पर लगाम लगाए और प्रदेश के लोगों को शांति से रहने दें।

 

भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है सरकार-

नेता प्रतिपक्ष ने देवरी के भाजपा कार्यकर्ता आनंद दीक्षित की गिरफ्तारी पर कहा कि सरकार भाजपा कार्यकर्ताओं को जबरन निशाना बना रही है। भाजपा के कार्यकर्ता आनंद दीक्षित की पोस्ट पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन सरकार के ही मंत्री हुकूम सिंह कराड़ा ने निःशक्तजनों को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की थी। इसी तरह कांग्रेस के सौंसर विधायक विजय चौरे ने भी भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर बेहद अमर्यादित टिप्पणी की। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं की खाल नोंचने की बात कही थी। कांग्रेस मध्यप्रदेश में अराजकता फैला रही है। कांग्रेस विधायक सीधे तौर भाजपा कार्यकर्ताओं को धमकी दे रहें हैं, लेकिन उन पर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस कांग्रेस के मंत्री और विधायक पर भी कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि सरकारें आती-जाती रहेंगी, लेकिन पुलिस अपना काम ईमानदारी से करें और भाजपा कार्यकर्ताओं पर जबरदस्ती मामले दर्ज नहीं करें।

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