हत्या : माँ ने कुल्हाड़ी से दूध मुहे बालक की कर दी हत्या

 

  अंधविश्वास  एवं मानसिक विक्षिप्तता के बीच उलझा मामला

खबर नेशन / Khabar Nation

 चंदेरी- संपूर्ण मानव जाति  को शर्मसार करने वाली  घटना  सामने आई है जहां अपने ही दूधमुहे  बालक की निर्दयता पूर्वक हत्या करने वाली मां ने हर उस कहावत को झुठला दिया है जिसमें यह कहा गया है कि माता कभी कुमाता नहीं हो सकती मानसिक   विक्षिप्तता या फिर अंधविश्वास की भेंट चढ़ा वह नन्ना सा 8 माह का बालक जो अपनी ही मां की निर्दयता का शिकार होकर मौत के घाट उतारा गया। 
 मामला चंदेरी थाना अंतर्गत ग्राम चुरारी का है  रश्मि लोधी के दादा जानकी प्रसाद लोधी द्वारा पुलिस थाना चंदेरी में अपनी ही  पोती  रश्मि लोधी पत्नी लक्ष्मण सिंह लोधी  द्वारा मायके में अपने ही प्रथम जन्मे  8 माह के बच्चे यश राज लोधी की कुल्हाड़ी मारकर  निर्दयता पूर्वक हत्या कर देने की सूचना  चंदेरी थाने में प्रदान की  जिस पर  अनु  विभागीय अधिकारी पुलिस लक्ष्मी सिंह थाना प्रभारी उपेंद्र भाटी  उप निरीक्षक मनीष सिंघल एवं पुलिस बल द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल घटनास्थल का मौका मुआयना कर इसकी जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को देकर  पंचनामा बनाकर रश्मि लोधी को गिरफ्तार किया गया । 

अंध विश्वास या मानसिक विक्षिप्तता  के बीच उलझा मामला
 सूत्रों की माने तो रश्मि लोधी एक अल्हड़ किस्म की महिला है जो  उत्तर प्रदेश निवासी रामपाल बाबा जो वर्तमान में उत्तर प्रदेश की किसी जेल में बंद है नामक किसी व्यक्ति की भक्त सेविका थी जो लगातार रामपाल बाबा के वीडियो एवं अन्य संदेशों को अपने जेहन में उतार कर रखती थी इस अंधविश्वास के चलते उस महिला ने अपने ही  कोख से जन्में 8 माह के बालक को बलि का बकरा समझकर हत्या कर दी जबकि पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह संपूर्ण घटनाक्रम  अंधविश्वास से संबंधित ना होकर मानसिक विक्षिप्तता को उजागर करता है यदि उस महिला की स्थिति देखी जाए तो वह महिला मानसिक रूप से विक्षिप्त प्रवृत्ति की प्रतीत होती है पुलिस  के लिए यह मामला अंधविश्वास और मानसिक विक्षिप्तता के बीच उलझाने वाला मामला सामने आया है इस प्रकार पुलिस के लिए यह मामला अल्हड़पन विक्षिप्त ता एवं अंधविश्वास के चलते बहुत पेचीदा प्रतीत होता है जिस पर गहन जांच प्रारंभ कर दी गई है। 

 गौरतलब है कि पूर्व में भी इस प्रकार मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना  पुरुष एवं महिलाओं के द्वारा दिमागी संतुलन खो देने एवं किसी अंधविश्वास का शिकार के चलते इस प्रकार के कृत्य देखने को मिले हैं। यदि यह मामला अंधविश्वास से जुड़ा पाया जाता है तो दिमागी रूप से कैप्चर करने वाले उस बाबा के विरुद्ध भी अपराध पंजीकृत होना आवश्यक होगा जो अपने द्वारा जारी वीडियो संदेशों एवं पुस्तकों में अपने अनुयायियों के लिए इस प्रकार बली जैसे धार्मिक अंधविश्वास को बढ़ावा देकर हत्या करने के लिए मजबूर करता है।

 इनका कहना है। 
रघुवंश सिंह भदोरिया 
पुलिस अधीक्षक जिला अशोकनगर
जिस महिला ने कुल्हाड़ी से अपने बच्चे की हत्या की है वह मानसिक रूप से विक्षिप्त प्रतीत होती है वह उत्तर प्रदेश निवासी किसी रामपाल बाबा की भक्त होकर उसे अपना भगवान भी मानती है बलि या  उस जैसा यह कोई मामला नहीं है घटना जरूर कल की है किंतु पुलिस को उसके पति के आने के बाद सूचना प्राप्त हुई है मामला गंभीर है इसकी   बारीकी से जांच की जाएगी

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