आज घर-घर में पार्थिक हाथी के साथ होगा महालक्ष्मी का पूजन


अर्पित उपाध्याय / खबर नेशन / Khabar Nation

विदिशा। आश्विन कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को पुत्र की आयु आरोग्य लाभ तथा सर्वाधिक कल्याण के लिए जीवत्पुत्रिका जितिया व हाथी पूजा एवं महालक्ष्मी पूजा का विधान है। इस वर्ष महालक्ष्मी पूजन 10 सितंबर गुरुवार को घर-घर में पार्थिक हाथी के साथ महालक्ष्मी का पूजन किया जाएगा। धर्माधिकारी पंडित विनोद शास्त्री ने बताया कि इस दिन महिलाएं व्रत रखकर किसी जलाशय में जाकर सोलह बार दूर्वा से तर्पण करती है तथा हाथी सहित महालक्ष्मी का पूजन करती हैं। महिलाएं इस व्रत को अपने पुत्र पौत्रो की लंबी आयु एवं सुंदर स्वास्थ्य की कामना से इस व्रत का अनुष्ठान करती हैं। इस पूजन में सोलहका विशेष महत्व है। सोलह गांठ का एक गट्ठा तैयार करके लक्ष्मी जी को अर्पण करती हैं और सोलह बार कहानी कहती हैं। 


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