सेहत की खातिर कभी अपने पैरों को जमीन पर भी रखिए...

संडे क्लीनिंग
 

खबरनेशन / Khabarnation

पंकज शुक्ला  
 

अकसर हम अपने जीवन में आसमान के तारों को पकड़ने के फेर में जमीन पर बिछे फूलों को नजरअंदाज कर देते हैं। तारे हाथ आते नहीं और फूलों से मिलने का आनंद भी जाता रहता है। कुछ ऐसा ही मामला स्‍वास्‍थ्‍य को लेकर भी है। हमने तमाम ऐसे जतन किए जो हमें प्रकृति और बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य प्रदान करने वाली स्थितियों से दूर ले गए। खुले पैर घूमना भी एक ऐसा ही कार्य है। बिना जूते-चप्‍पल पहले एक कदम भी चलना हमारे लिए संभव नहीं रहा और इस तरह हम स्‍वास्‍थ्‍य के लिए हितकर वातावरण से वंचित हो गए।

क्‍या आप जानते हैं कि नंगे पैर घूमने के कई लाभों में से एक लाभ शरीर का शुद्ध करना भी है? जी हां, शोध बताते हैं कि नंगे पैर घूमने से एंटीऑक्सिडेंट बढ़ाते हैं, सूजन कम होती है और अच्‍छी नींद आती है।

अब सवाल यह उठता है नंगे पैर कहां चलें तो इसका जवाब है कि आपको डामरीकृत सड़क या सीमेंट कांक्रीट की सड़क पर नंगे पैर नहीं चलना चाहिए। बेहतर होगा कि आप मैदान, घास या रेत पर नंगे पैर चलें। यानि कि किसी प्राकृतिक सतह पर बिना फुटवेयर चलें। आपको नंगे पैर फुटपाथ पर चलना बंद करना होगा।

हमारे आयुर्वेद शास्‍त्र बताते हैं कि पृथ्‍वी की अपनी ऊर्जा है और जब हम पैदल चलते हैं तो हमारा शरीर इस ऊर्जा को ग्रहण करता है। पश्चिम के शोध भी इस बात को साबित करते हैं। जर्नल ऑफ एनवायरनमेंटल एंड पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित कई अध्ययनों के अनुसार पृथ्वी के इलेक्ट्रॉनों के सम्‍पर्क में आने से स्वास्थ्य में सुधार होता है। कमर दर्द के मामलों में जमीन पर सोना दर्द कम करता है। इलेक्ट्रोएन्सेफैलोग्राम द्वारा मापने पर पता चलता है कि जमीन के संपर्क में रहने से मस्तिष्क की विद्युत गतिविधियों में परिवर्तन आता है। इससे शरीर में लाल रक्‍त कण बढ़ते हैं। यानि, खून की कमी में नंगे पैर घूमने के लाभ हैं। इससे त्वचा में रक्‍त प्रवाह बढ़ता है, हृदय गति गड़बड़ाती है तो उसमें सुधार होता है और शरीर में ग्लूकोज का नियमन होता है, तनाव में कमी आती है और प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है।

पैदल घूमने से रक्त का चिपचिपापन (ब्‍लड विस्‍कोसिटी) कम होता है। रक्‍त का अधिक चिपचिपा होना ह्रदय रोग का महत्वपूर्ण कारक है। ब्‍लड विस्‍कोसिटी के कारण ही हमें रक्त पतला करने के लिए प्रतिदिन एस्पिरिन लेना पड़ती है।

इन लाभों को देखते यह जरूरी है कि हम नंगे पैर घूमें। प्रतिदिन आधा घंटा नंगे पैर घूमना कैंसर के खतरे को कम कर सकता है, हृदय के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है,  मोटापा घटा सकता है और मधुमेह को रोक सकता है। इसके अलावा, चलने से रक्त में ऑक्सीजन बढ़ती है, रक्‍त का परिसंचरण, और प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया में सुधार होता है। यह शरीर में जमा दूषित तत्‍वों को भी बाहर करता है।

इसलिए, आप भले ही जिम जाइए, ट्रेडमिल-कार्डिओ और वेट वर्कआउट कीजिए मगर आधा घंटा हरी घास या जमीन पर पैदल घूमना आरंभ कर दीजिए। पैदल चल कर हम अपने ह्रदय और पेशीय तंत्र की कसरत करते हैं। साफ है कि नंगे पैर चलना सिर्फ व्यायाम नहीं बल्कि उससे ज्यादा उपचार का एक रूप बन जाता है।

यह सही समय है कि हम स्‍वयं को इतिहास की ओर ले चलें तथा पूर्वजों की तरह नंगे पैर घूमना आरंभ कर दें। हफ्ते में एक दिन भी आप घूमना आरंभ करते हैं तो इसके सकारात्‍मक परिणाम दिखाई देने लगेंगे।

इस भागदौड़ भरी जिंदगी में आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए खबरनेशन एक साप्ताहिक कॉलम की शुरुआत करने जा रहा है। wellnessecho.com के सहयोग से 'संडे क्लीनिंग' शीर्षक वाले इस कॉलम में हम आपको बताएंगे कि सप्ताह का सिर्फ एक दिन और दिनचर्या के कुछ बदलाव आपके जीवन में कितना परिवर्तन ला सकते हैं। हमारा उद्देश्य आपको स्वस्थ रखने के टिप्स देने के साथ ही आसान, वैकल्पिक और घरेलू उपचार व वेलनेस पद्धतियों से अवगत करवाना भी है। हर शनिवार इस कालम में आपकों बताएंगे कि पूरा सप्ताह कैसे बिताना हैं....आपकी शंका का समाधान भी करेंगे विषय विशेषज्ञ ...। अगर आप विषय विशेषज्ञ से अतिरिक्त मार्गदर्शन चाहते हैं तो 7999577073 पर समपर्क कर सकते हैं।

लेखक मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र सुबह सवेरे के रेसीडेन्ट एडिटर हैं।

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