आपकी सेहत के लिए बहुत खास है आम

संडे क्लीनिंग

खबरनेशन / Khabarnation

पंकज शुक्ला

तेज गर्मी के इस मौसम की यदि कोई खास बात हैं तो वह यह कि ये फलों के राजा आम का मौसम हैं। आम को ‘अमृत फल’ भी कहा गया हैं क्‍योंकि इस पेड़ के सभी भाग दवाइयों के रूप में प्रयोग किए जाते हैं। आम का फल खट्टा, स्वादिष्ट, वात, पित्त को पैदा करने वाला होता हैं, किन्तु पका हुआ आम मीठा, धातु को बढ़ाने वाला (वीर्यवर्धक), शक्तिवर्धक, वातनाशक, ठंडा, दिल को ताकत देने वाला, पित्त को बढ़ाने वाला और त्वचा को सुन्दर बनाने वाला होता हैं। शोध के अनुसार आम में पानी की मा़त्रा 86 प्रतिशत, वसा 0.4 प्रतिशत, खनिज 0.4 प्रतिशत, प्रोटीन 0.6 प्रतिशत, कार्बोहाड्रेट 11.8 प्रतिशत, रेशा 1.1 प्रतिशत, ग्लूकोज आदि पाया जाता हैं। पके आम के प्रति 100 ग्राम में 50 से 80 कैलोरी ऊर्जा तथा 4500 आई.यू.विटामिन ‘ए’ पाया जाता हैं। इस मौसम में देशी आम व रस खा कर आप अपनी सेहत में अच्‍छा सुधार कर सकते हैं।

हमारे देशी नुस्‍खों में बताया गया हैं कि दूध के साथ पका आम खाने से अच्छी नींद आती हैं। यानि आम रस में दूध को अवश्‍य डालना चाहिए। आम के रस में सेंधानमक तथा चीनी मिलाकर पीने से भूख बढ़ती हैं। 15 ग्राम शहद में लगभग 70 मिलीलीटर आम का रस रोजाना 3 हफ्ते तक पीने से तिल्ली की सूजन और घाव में लाभ मिलता हैं। इस दवा को सेवन करने वाले दिन में खटाई न खायें। प्रतिदिन आम खाने से गुर्दे की दुर्बलता दूर हो जाती हैं।

लगभग 10-15 ग्राम आम की चटनी को अजीर्ण रोग में रोगी को दिन में दो बार खाने को दें। इससे अर्जीण दूर होता हैं। आम में एन्जाइम, गेलिक एसिड इत्यादि यौगिक गुण होने के कारण पाचन को दुरूस्त रखता हैं। आम में पोटैशियम और सोडियम गुण प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं, लू और गर्मी से बचाने में आम का पन्ना-पेय, आम रस, आम खाना फायदेमंद हैं। आम में एडियोनक्टिन, पाया जाता हैं जो कि इन्सुलिन का काम करता हैं। मैग्‍नीशियम, विटामिन और खनिज भी होने के कारण हाई ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण होता हैं। पक्के पीले आम रस और नींबू रस मिलाकर तुरन्त सेवन से ब्लडप्रेशर नियत्रण में आ जाता हैं।

आम में बीटा केरोटीन और कार्टेन्वाइड रोग प्रतिरोधक गुण मौजूद होते हैं। जो कि गर्मियों में होने वाले संक्रामण बीमारियों से शरीर को बचाने में सक्षम है। आम रोज खाने से रक्त संचार के साथ साथ रक्त की कमी दूर हो जाती हैं। चेहरे पर चमक बढ़ जाती हैं। आम की पौष्टिकता को अधिक बढ़ाने तथा संभवित कुछ नुकसान से बचने के लिए इसके साथ क्षेत्रीय आहार व्‍यवस्‍था को अपनाना चाहिए। जैसे रस के साथ पूड़ी या घी वाली दो पुड़ की रोटी खाना।

कैसे करें आम का सेवन

  • कच्‍चे आम (केरी) और प्‍यास के साथ मसाला डाल कर कद्दुकस करें और छूंदे के रूप में खाएं।
  • पारंपरिक रूप बनाया गया केरी का खट्टा और मीठा अचार खाएं।
  • धूप में बाहर निकलते समय केरी का पना जरूर पीएं। पने में शक्कर का प्रयोग कम करें।
  • दोपहर के भोज में आम रस का प्रयोग करें। बेहतर हो कि आम डाल पर पका हो या देशी हो। रसायनों से पकाए गए आम से परहेज करें।
  • रसायनों के प्रयोग से आम का स्‍वाद बिगड़ जाता है। इसलिए वृक्ष पर पके आमों को प्राथमिकता दें।
  • आम का रस चूस कर पीने से आंतों को बल मिलता है तथा कब्ज दूर होती है। सुबह शाम दो आम का रस चूसने के बाद दूध पीने से पाचन तंत्र सुधार होता हैं।
  • आम को 5 मिनट के लिए साफ पानी में डुबो कर रखें, फिर साफ कर छो लें। क्योंकि आम को पकाने में रासायनिक दवाइयों का प्रयोग आजकल तेजी से किया जा रहा हैं।
  • आम, तरबूज खाने के तुरन्त बाद पानी का सेवन न करें। आम रस, या आम, तरबूज खाने के साथ साथ पानी पीने से पेट खराब होने का डर बना रहता है।
  • गर्मी में कटा आम ज्यादा देर तक न रहने दें। तुरन्त आम काटने पर खायें। कटे आम में बैक्टीरिया, कीटाणु शीघ्र सक्रिय होते हैं।
  • बहुत अधिक आम रस खाना शरीर की गर्मी बढ़ा सकता है। अधिक रस खाने से वजन भी बढ़ सकता है।

 

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लेखक मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र सुबह सवेरे के रेसीडेन्ट एडिटर हैं।

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