हार बयाँ कर गए शिवराज

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नए नवेले मंत्रियों की परेशानी

मध्यप्रदेश के शिव परिवार में शामिल नवनियुक्त मंत्रियों को तीन दिन में आसमां के तारे नजर आ रहे हैं। शपथ लेते से ही कई अधिकारी और पुराने मंत्रियों के यहाँ काम कर रहा स्टाफ बधाई के साथ साथ नवनियुक्त मंत्रियों के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जता रहा था। जैसे ही शिवराज ने विभाग वितरण किया , उसके बाद से अब नवनियुक्त मंत्री मनुहार कर कर हार गए हैं लेकिन अब कोई आने तैयार नहीं हो रहा । 


शिव परिवार के दूसरे सदस्य की फिल्म इंडस्ट्री में दस्तक

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साले संजय मसानी के प्रेम के बाद अब परिवार के दूसरें सदस्य ने फिल्म इंडस्ट्री में कदम बढ़ा दिए हैं। शिवराज के एक भतीजे इन दिनों फिल्म निर्माण में अहम भूमिका निभाने का प्रयास कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इन दिनों वे एक फिल्म निर्माता के साथ कई दौर की बैठक कर चुके हैं और फिल्म को कई सरकारी सहूलियतें दिलाने का आश्वासन भी दे चुके हैं।

हार बयाँ कर गए शिवराज

नियमित ब्रीफिंग में शामिल होने वाले एक अधिकारी से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी दिल के बात कहने से रोक नहीं पाएं। प्रतिष्ठा का प्रश्न बनें मुँगावली और कोलारस विधानसभा उप चुनाव के संभावित परिणाम से दुखी शिवराज कह गए एक जगह ही जीत जाए तो नाक बच जाएगी। मत चूको चौहान का मंत्र जपने वाले शिवराज चूक रहे चौहान होते से दिखाई दे रहे हैं।

 

आय ए एस का अनोखा गौ संरक्षण मॉडल

मध्यप्रदेश के एक आय.ए.एस. अधिकारी इन दिनों गौ संरक्षण को लेकर एक मॉडल तैयार करने में जुटे हैं। बिना सरकारी तामझाम के तैयार किये जा रहे इस मॉडल में आर्थिक उन्नति, पर्यावरणीय दृष्टिकोण और आध्यात्मिक महत्व के साथ साथ गौ पर्यटन का भी खयाल रखा जाएगा। त्रिस्तरीय मॉडल का मूलभाव का लोगों गाय नहीं नंदी हैं। नंदी इसलिए कि ताकत, मेहनत और लड़ने की प्रकृति गौ संरक्षण के लिए जरूरी हैं।

सील सिक्के का कहर

शिवराज सरकार के हनुमान पर विगत दिनों उन्हीं की पार्टी के रबर स्टैम्प माने जाने वाले नेता के सील सिक्के तीखे लहजे में बात कर गए। अपने किसी परिचित को फायदा दिलाने की गरज से हनुमान के पास पहुंचे नेता के पी.ए तैश तैश में अपना गुस्सा तो निकाल आए, लेकिन दफ्तर के बाहर निकलते ही गलती का अहसास होने पर वापस माफी मांगने भी पहुंच गए। हम यहां बता दें हनुमान मध्यप्रदेश के ताकतवर आय.ए.एस. अधिकारी हैं।

आधी रात का फोन

जनप्रतिनिधी कई बार अजीब परिस्थितियों में फंस जाते हैं। एक सांसद महोदय आवश्यक कार्य से दिल्ली गए हुए थे। आधी रात को अचानक फोन बज उठा। चौंककर फोन उठाने पर सामने वाले ने परिचय दिया और फोन करने का कारण बताया तो सांसद जी सिर चुनने लगे। सांसद जी ये गाँव के लोग कह रहे हैं कि सांसद जी लापता हैं और मैंने शर्त लगाई कि देखों मेरा फोन उठाएंगे और मैं शर्त जीत गया।
 

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