तीन दिवसीय युवा संकल्प शिविर का हुआ समापन

 

राष्ट्रहित में जीने का संकल्प लें युवा – श्री मोहन भागवत

गुना –राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीन दिवसीय संकल्प शिविर का समापन यहाँ रविवार को हुआ। जिसके समापन सत्र में शिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए श्री मोहन भागवत जी ने कहा कि युवा आज यहाँ से यह संकल्प लेकर जायें की वह अपना जीवन राष्ट्र एवं समाज के हित में कार्य कर सार्थक बनाएं। तीन दिवसीय इस शिविर में संघ के सरसंघचालक श्री मोहन भागवत एवं अखील भारतीय, क्षेत्रीय अधिकारीयों ने युवाओं से राष्ट्र एवं व्यक्तित्व निर्माण के विभिन्न विषयों पर चर्चा की। इस तीन दिवसीय शिविर में मध्यप्रदेश के 16 शासकीय जिलों से  कॉलेज विद्यार्थी शामिल हुए थे। यह शिविर संघ के स्वयंसेवकों के साथ गुना के सभी नागरिकों के लिए उत्साह का विषय बना रहा। शिविर में आयोजित प्रदर्शनी एवं शिविर दर्शन के लिए हजारों की संख्या में नगरवासी वीर सावरकर नगर पहुंचे। शिविर को देखने के बाद सभी संघ के अनुशासन एवं प्रबंधन की तारीफ करते दिखे।

 

समाज के लिए दें अपना जीवन

मोहन भागवत जी ने युवाओं से आव्हान किया कि वह व्यक्तिगत स्वार्थ त्याग कर राष्ट्र के उत्थान में सहयोगी बनें, अगर युवा अपने समय का छोटा हिस्सा भी राष्ट्रहित के काम में लगाने का संकल्प लें तो भारत विश्वगुरु बनकर उभरेगा।

 

प्रदर्शनी में पहुंचे सरसंघचालक

इस शिविर के लिए बसाये गए वीर सावरकर नगर में स्वदेशाभिमान प्रदर्शनी का सजाई गयी थी। शिविर के आखिरी दिन सरसंघचालक श्री मोहन भागवत प्रदर्शनी देखने पहुंचे। इस प्रदर्शनी में 8 से विषयों पर आधारित 250  से ज्यादा पेंटिंग्स प्रदर्शित की गई हैं। प्रदर्शनी में जनजातीय महापुरुषों, संघ के संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार जी, सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जीवन की झलकियां, जल एवं जीवन पर आधारित जनजातीय चित्र, पराक्रमी भारत, संघ के विसर्जित पुष्प एवं समरसता जैसे विषयों पर पेंटिंग्स के साथ समाज मे चल रहे समसामयिक विषयों पर कार्टून्स भी प्रदर्शित की गई हैं।

 

स्वयंसेवकों ने किया योग व्यायाम का प्रदर्शन

शिविर के आखिरी दिन शिक्षार्थियों ने सरसंघचालक श्री मोहन भागवत के सामने पूर्ण गणवेश में शारीरिक योग व्यायाम का प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में व्यायाम योग, दण्डयोग, आसन एवं सुभाषित गीत का प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के लिए युवा गत तीन महीनों से तैयारी कर रहे थे। इसके साथ हीं नियुद्ध एवं दण्ड का भी प्रदर्शन किया गया।

 

जिज्ञासाओं का किया समाधान

शिविर में शामिल शिक्षार्थियों के लिए जिज्ञासा समाधान सत्र का भी आयोजन किया गया जिसमें मोहन भागवत जी ने युवाओं के संघ से जुड़े प्रश्नों के उत्तर दिए।

 

 

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