बंद दुकानों के पिछले दरवाजे से चल रहा आरटीओ का काम


आरटीओ के निर्देशों की उड़ रही धज्जियां
आवेदकों को रास्ते में ही रोक रहे एजेंट

देवेंद्र वैश्य / खबर नेशन /Khabar Nation
होशंगाबाद। जिला परिवहन विभाग में लाइसेंस नवीनीकरण फर्जीवाड़े के बाद कई बदलाव किए गए थे। आरटीओ मनोज तेंगुरिया ने पूरे मामले में एजेंटों की संलिप्तता देखते हुए उनके ऑफिस में आने पर रोक लगा दी थी। इसके अलावा विभाग के बाहर बनी एजेंटों की दुकानों को बंद करने के निर्देश भी दिए थे। इन्हीं दुकानों से आवेदकों के ऑनलाइन पंजीयन सहित कई फर्जीवाड़े किए जा रहे थे।  लेकिन आरटीओ के आदेश एजेंटों और दुकानदारों पर असर नहीं कर रहे हैं। आरटीओ के निर्देशों की धज्जियां जमकर उड़ाई जा रही हैं। कार्यालय के बाहर बनी जिन दुकानों को बंद करने के निर्देश आरटीओ ने 6 दिन पहले दिए थे वह कभी बंद हुई कि नहीं। अन्य लोगों को दिखाने के लिए दुकानों के शटर मुख्य द्वार से बंद किए गए लेकिन पिछले दरवाजों से बकायदा आवेदकों और एजेंटों का काम किया जा रहा है। पिछले दरवाजों को खोलकर एजेंट बैठ रहे हैं। आवेदकों के काम कर रहे हैं। इसके अलावा एजेंट ऑफिस में अपने काम लेकर  सक्रिय भी है। इधर देखें तो ऑफिस में में जमा जिन बाहरी लोगों को आरटीओ ने बाहर किया था वह भी दोपहर बाद ऑफिस में देखे जा रहे हैं। ऐसे में परिवहन अधिकारी ने बदलाव के लिए जो निर्देश जारी किए थे उनका पालन होता नहीं दिख रहा है। हालांकि इस मामले में परिवहन अधिकारी ने निर्देशों का पालन न करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करने की बात कही है।

अभी भी बाहरी लोगों पर भरोसा
बाहरी विभाग के बाहरी लोगों पर भरोसा ज्यादा करने के कारण ही लाइसेंस नवीनीकरण मामले में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। लेकिन इसके बावजूद भी विभाग के कर्मचारी अभी भी बाहरी लोगों पर ही भरोसा जता रहे हैं। आरटीओ के निर्देश के बावजूद भी कई बाहरी लोग सक्रिय होकर काम कर रहे हैं। पिछले दो दिनों से विभाग के बाहरी गेट पर एक बाहरी युवक द्वारा आवेदकों को रोक कर उनके आने जाने का कारण पूछता है। उचित कारण न होने पर ही अंदर जाने की अनुमति देता है। जब युवक से सवाल किया गया कि तुम्हें किसने खड़ा किया तो ऑफिस के कर्मचारियों की तरफ उसने इशारा कर दिया। ऑफिस के कर्मचारियों से सवाल किया तो उन्होंने कहा बाहर गेट पर सुरक्षा गार्ड नहीं थे तो कुछ देर के लिए युवक को खड़ा किया था। 

फर्जीवाड़ा करने वाले पकड़ से दूर
लाइसेंस नवीनीकरण मामले में परिवहन विभाग ने लाइसेंस बनवाने वाले 16 और 1 भोपाल के एजेंट सहित कुल 17 लोगों पर एफ आई आर दर्ज कराई है। इस मामले में होशंगाबाद के दो स्थानीय एजेंट और विभाग के 2 कर्मचारी की संलिप्तता भी उजागर हुई है। पूरे मामले में एक हफ्ते बाद भी फर्जीवाड़ा करने वाले पुलिस की पकड़ से दूर है।

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