लाखों रुपये की राशि से फिर सुधरेगी तालाबों की हालत !


15 वा वित्त योजना की 50 % राशि जल एवं स्वच्छता कार्यों पर की जायेगी व्यय । 
अमर नोरिया/खबर नेशन/ Khabar Nation
नरसिंहपुर- जिले में तालाबों को लेकर जो यथास्थिति है वह जमीनी स्तर और सरकारी फाइलों में एकदम विपरीत है गत दिनों हुई एक बैठक में एक बार फिर तालाबों के घाट निर्माण उनमें बोर खनन एवं गहरीकरण को लेकर किये जाने वाले कार्यों पर सहमति बनी । किंतु तालाबों पर सरकारी कार्यालयों में आयोजित बैठकों में बड़ी-बड़ी योजनाएं बनती हैं और उन योजनाओं पर लाखों रुपये उन तालाबों पर खर्च किए जाने पर सहमति बनाई जाती हैं वह तालाब जमीनी स्तर पर आखिर कहां है और उनमें जब काम किया जाता है तो वह अपने किन हालतों में हैं कि जो कार्य किया जा रहा है और जो राशि खर्च की जा रही है वह वास्तव में जनहित और यथार्थ रूप से उपयोग हुई है कि नहीं ? दरअसल तालाबों के निर्माण के नाम पर बड़ा झोल नरसिंहपुर जिले में पाया जाता है और कई शिकायतें और तालाब से संबंधित जो अन्य योजनाएं हैं उनको लेकर आज भी स्थिति बिल्कुल उलट पलट है । तालाब खोदे गए हैं उनका रिकार्ड सरकारी कार्यालयों में दर्ज है और जो तालाब खुदे हुए हैं और जिन्हें तालाब कहा जा रहा है उनमें लहलहाती फसलें भी अपने आप में यह बताती हैं कि जिन्हें तालाब कहकर सरकारी योजनाओं की उपलब्धि दर्शा कर आवंटन पर आवंटन प्राप्त किया जाता है आखिर उसकी असली सच्चाई क्या है । अब कुछ समय बाद फिर उन्हीं तालाबों के गहरीकरण बोर खनन और घाट निर्माण पर कार्य प्रारंभ होगा किंतु सवाल वही है कि आखिर वह तालाब मिलेंगे कहां और वह तालाब है कहां जिन पर यह सब काम होने जा रहा है और जब इसकी जानकारी मांगी जाती है तो वह जानकारी उपलब्ध कराने में सरकारी कार्यालयों में बैठे लोग कितनी ना खुशी जाहिर करते हैं यह भी विचारणीय है, फिलहाल जब तालाबों के रखरखाव पर लाखों रुपये खर्च होंगे तो आने वाले समय मे होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के चलते इस बार यह हिसाब मांगा जायेगा ।

Share:


Related Articles


Leave a Comment