आखिर कहां गई नपा चंदेरी में जमा संचित निधि ।

 

 विधानसभा में उठेगा प्रश्न  ।

नपा कर्मचारियों कोआखिर क्यों  नहीं मिला 8 माह से वेतन ।

निर्मल विश्वकर्मा चंदेरी / खबर नेशन/ Khabar Nation

चंदेरी- पिछले 8 माह से वेतन ना मिलने के कारण आर्थिक तंगी के शिकार नपा चंदेरी के लगभग 200 कर्मचारी अब भूखों मरने की कगार पर आ चुके हैं उनकी खस्ता माली हालत के चलते दुकानदारों ने भी अब उन्हें उधार देने से इनकार कर दिया है 8 माह से वेतन ना मिलने के कारण कर्मचारी अपनी जर जमीन बेचने को मजबूर हैं वेतन न मिलने की समस्या से कर्मचारियों द्वारा सामूहिक रूप से एकत्रित होकर एसडीएम चंदेरी सहित कलेक्टर जिला अशोकनगर को भी अवगत कराया है किंतु जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी इस गंभीर समस्या से आज तक निजात नहीं दिला पाए हैं ऐसी परिस्थिति में जब नगर पालिका चंदेरी के तत्कालीन एवं तात्कालिक जिम्मेदार अधिकारियों से वेतन ना मिलने का कारण जानना चाहा तो उन्होंने सीधे शब्दों में बजट ना आना एवं बजट का ना होना वेतन न मिलने का कारण बताते रहे जबकि प्रदेशभर की नगर पालिका में नगर निकायों में गंभीर एवं आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए जमा संचित निधि का उपयोग राज्य शासन के किसी सक्षम आदेश के द्वारा किया जाना सुनिश्चित किया गया है।
किंतु कोरोना संकटकाल में अपनी सेवाएं दे रहे नगरपालिका के जिम्मेदार कर्मचारी आज उस संचित निधि से वंचित होकर अपने वेतन के लिए शासन प्रशासन से मांग कर रहे हैं इस संबंध में विभागीय अधिकारी चंदेरी सहित तत्कालीन कलेक्टर जिला अशोकनगर को भी वेतन दिलाए जाने के लिए आवेदन प्रस्तुत किए गए।
किंतु वर्तमान में चंदेरी में नपा चंदेरी में कार्यरत लगभग 200 कर्मचारी ऐसे हैं जिम्मेदार अधिकारियों के निजी स्वार्थ के चलते भर्ती तो कर लिए गए उनके हिस्से का वेतन ना जाने इस मद में आहरित कर खर्च कर दिया गया।

विधानसभा में गूंजेगा वेतन ना मिलने तथा संचित निधि का मुद्दा।


ऐसी परिस्थिति में चंदेरी विधायक गोपाल सिंह चौहान द्वारा इसी माह से प्रारंभ होने वाले विधानसभा सत्र में नपा कर्मचारियों को 8 माह से वेतन ना मिलने की वजह क्या है एवं यदि बजट का अभाव है तो आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए जमा संचित निधि का क्या उपयोग है यदि किसी मद में उस जमा संचित निधि का उपयोग कर लिया गया तो उस सक्षम आदेश तथा जिस मद में खर्च किया गया उसके बिल बाउचर की जानकारी चाही है।

निम्न बिंदुओं पर आवश्यक है नगरपालिका चंदेरी की जांच।।

 जिन में व्यापक स्तर पर है भ्रष्टाचार की संभावना।

1- वर्ष 2017 से आज तक नगर पालिका चंदेरी द्वारा संविदा दैनिक वेतन भोगी एवं अन्य प्रकार से कुल कितने कर्मचारी की नियुक्ति गई है बे कर्मचारी किन किन शाखा में पदस्थ हैं उन कर्मचारियों को रखे जाने का औचित्य एवं आवश्यकता की स्वीकृति नगर पालिका परिषद से क्यों नहीं ली गई है आखिर क्यों बिना औचित्य के कर्मचारियों पर भारी-भरकम राशि प्रतिमाह की जा रही है जिससे शासन को लाखों रुपए का चूना प्रतिमाह नगर पालिका चंदेरी द्वारा लगाया जा रहा है। उन कर्मचारियों का भौतिक सत्यापन कराया जाना नितांत आवश्यक है।
2- मध्य प्रदेश भंडार क्रय नियम तथा सेवा उपार्जन नियम के आधार पर वर्ष 2017 -18 -19 में मध्य प्रदेश लघु उद्योग निगम मर्यादित संस्था से कितनी नवीन सामग्री जैसे सबमर्सिबल पंप, पानी की टंकियां ,एलईडी लाइट, सोलर लाइट, इलेक्ट्रिक केबल एवं बायर तथा वाटर टैंकर एवं ट्रॉली इत्यादि सामग्री क्रय किए जाने के लिए फर्मों की निविदा / कोटेशन आदि की विज्ञप्ति जारी कर क्रय की गई विज्ञप्ति प्रकाशन जारी संबंधी पत्र अभिलेखों की जांच एवं पुरानी शेष सामग्री का स्टाक पंजी  रजिस्टर की जांच किया जाना नितांत आवश्यक है। जिसमें भी व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार कर शासकीय राशि का दुरुपयोग कर लाखों रुपए का चूना शासन को लगाये जाने की संभावना है।

3-  वर्ष 2015 से आज तक मुरमीकरण के नाम पर लाखों रुपए की शासकीय धनराशि का दुरुपयोग नगर पालिका चंदेरी द्वारा किया जा रहा है जिन ठेकेदारों के नाम से मुरमी करण का भुगतान किया गया है उन ठेकेदारों के नाम से अशोकनगर जिले में कहीं भी मुरम की खदान स्वीकृत नहीं है। मुरमी करण के नाम पर की गई शासकीय राशि का दुरुपयोग की जांच नितांत आवश्यक है।

4- वर्ष 2017-18-19 मैं आयोजित मां जागेश्वरी देवी पशु मेला के आय-व्यय की संपूर्ण विस्तृत जांच किया जाना भी नितांत आवश्यक है इसमें भी लाखों रुपए की राशि का भ्रष्टाचार उजागर होने की संभावना है।

5- स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत निर्माण कराए गए शौचालयों की राशी की जांच किया जाना भी नितांत आवश्यक है इसमें भी लाखों रुपए की राशि का दुरुपयोग ,गवन एवं भ्रष्टाचार उजागर होने की संभावना है।

6-  नगर पालिका क्षेत्र चंदेरी में बहुमंजिला इमारतें व्यापक पैमाने पर बनाई जा रही हैं इनके भवन निर्माण की स्वीकृति किस अधिकारी द्वारा किस नियम के तहत प्रदान की गई यह जांच का विषय है।

7- आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए नगर पालिका चंदेरी में जमा संचित निधि का उपयोग किस मद में किस सक्षम आदेश के द्वारा किया गया इस पर भी जांच नितांत आवश्यक है।

8- विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण कॉलोनी मैं नगरपालिका द्वारा भूखंडों का आवंटन किस नियम के आधार पर किया गया आवंटित किए गए प्लाटों की जांच किया जाना भी नितांत आवश्यक है।

इनका कहना है।

विनोद उन्नीतान
प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी चंदेरी
चंदेरी नगर पालिका का प्रभार मेरे पास कुछ दिन पूर्व ही आया है वर्तमान में तथा पूर्व में नगर पालिका चंदेरी की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण कर्मचारियों को वेतन भुगतान नहीं किया जा सका है जिन विभागों में आवश्यकता से अधिक कर्मचारी हैं उनका भौतिक सत्यापन कर उन्हें पृथक करने की कार्यवाही भी की जाएगी शीघ्र ही शेष कर्मचारियों को वेतन भुगतान भी किया जाएगा

 

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